बहराइच: रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाला कथित डॉक्टर बहराइच कोर्ट में हुआ पेश, जानें पूरा मामला

बहराइच: रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाला कथित डॉक्टर बहराइच कोर्ट में हुआ पेश, जानें पूरा मामला

बहराइच। देवरिया निवासी कथित डॉक्टर मोहम्मद अल्तमश हुसैन सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सीतापुर जेल से बहराइच कोर्ट लाया गया। लेकिन परिवार का भाई कोर्ट में हाजिर नहीं हो सका। जिस पर दीवानी न्यायालय में 20 मई को पुनः तारीख दी गई है। बहराइच जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला कानूंगोपुरा दक्षिणी निवासी …

बहराइच। देवरिया निवासी कथित डॉक्टर मोहम्मद अल्तमश हुसैन सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सीतापुर जेल से बहराइच कोर्ट लाया गया। लेकिन परिवार का भाई कोर्ट में हाजिर नहीं हो सका। जिस पर दीवानी न्यायालय में 20 मई को पुनः तारीख दी गई है।
बहराइच जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला कानूंगोपुरा दक्षिणी निवासी मोहम्मद आबिद पुत्र अब्दुल हलीम ने देवरिया जनपद के नवलपुर निवासी मोहम्मद डॉक्टर अल्तमश, पिता मुमताज, अन्नू पुत्र मुमताज फिरोज पुत्र मुमताज के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।

जिसमें मोहम्मद आबिद का कहना है कि लाखों रुपए नौकरी के नाम ले लिया था। वर्ष 2016 में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दिला दिया। इसके बाद नौकरी नहीं लगी, रुपए भी नहीं वापस हुआ। जिसका बाद बहराइच दीवानी न्यायालय में चल रहा है। डॉक्टर अल्तमश ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर केस खत्म करने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बहराइच न्यायालय में सुनवाई सोमवार को हुई। जिस पर सीतापुर जेल में बंद डॉक्टर अल्तमश दीवानी न्यायालय पहुंचे।

सिविल कोर्ट के अधिवक्ता कलीम हाशमी ने बताया डॉक्टर के एक भाई कोर्ट में उपस्थित नहीं हो सके। जिससे कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी। अब कोर्ट ने 20 मई की तिथि निर्धारित की है। तब सुनवाई के बाद ही मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जायेगा। अधिवक्ता ने बताया कि मोहम्मद आबिद जैसे लगभग 70 लोगों से कथित डॉक्टर अल्तमश ने रुपए ऐंठ लिए, लेकिन नौकरी किसी को नहीं मिली। अधिवक्ता ने बताया कि मोहम्मद आबिद के मामले में ही सुप्रीम कोर्ट ने बहराइच न्यायालय में सुनवाई कर केस खत्म करने के निर्देश दिए हैं।

एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार

अधिवक्ता कलीम हाशमी ने बताया कि कोरोना संक्रमण में डॉक्टर अल्तमश गाजियाबाद में रेमडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा था। एसटीएफ ने उसे पकड़ा था। नकदी भारी मात्रा में बरामद हुई थी। तब से वह सीतापुर जेल में बंद है। अधिवक्ता ने बताया कि डॉक्टर की डिग्री और निवास स्थान सब फर्जी लग रहा है।

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