बदायूं: सरकारी नौकरी के नाम पर पांच लाख की धोखाधड़ी

बदायूं: सरकारी नौकरी के नाम पर पांच लाख की धोखाधड़ी

बदायूं, अमृत विचार। पति और पत्नी की श्रम और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। कोतवाली में तहरीर देने के बाद कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी के आदेश पर तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। कोतवाली सदर …

बदायूं, अमृत विचार। पति और पत्नी की श्रम और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। कोतवाली में तहरीर देने के बाद कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी के आदेश पर तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

कोतवाली सदर क्षेत्र के मोहल्ला कल्याण नगर निवासी हरिकिशन पुत्र बाबूराम मौर्य ने बताया कि जिला रामपुर के थाना स्वार के कस्बा मसवासी के गांव चाऊपुरा निवासी उनके रिश्तेदार सुनीता पत्नी राजीव कुमार ने 15 नवंबर को फोन कर कहा कि जिला रामपुर के ज्वाला नगर निवासी उनकी मित्र शालिनी सक्सेना पत्नी प्रतीक की विभिन्न सरकारी विभागों में अच्छी पहचान है।

कई विभागों में कर्मचारियों के पद रिक्त हैं। वह उन पदों पर हरिकिशन को नियुक्त करा सकती हैं। जिसके एवज में कुछ रुपये देने होंगे। सुनीता ने कहा कि वह हरिकिशन को श्रम विभाग और उनकी पत्नी को स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त करा देगी। दोनों की नौकरी के लिए पांच लाख रुपये देने होंगे।

हरिकिशन ने अपने साले जिला बरेली की तहसील बहेड़ी क्षेत्र के गांव गुड़वारा निवासी संतोष पुत्र नौबतराम के खाते से सुनीता के खाते में तीन लाख रुपये ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद अपनी भतीजी रितिका मौर्य पुत्री राजेंद्र कुमार मौर्य के बैंक खाते से एक लाख 45 हजार रुपये शालिनी के खाते में ट्रांसफर किए। 15 दिसंबर 2021 को शालिनी सक्सेना, सुनीता और सुनीता के पति राजीव बदायूं आए।

हरिकिशन ने 55 हजार रुपये उन्हें रोडवेज डिपो पर दिए। नौकरी के बारे में पूछा तो 55-55 हजार रुपये के दो स्टांप पर शपथ पत्र देने को कहा। शपथ पत्र बनवाकर दे दिए। उन्होंने कहा कि 15-20 दिनों में नियुक्ति पत्र दे देंगे। एक महीना बाद भी नियुक्ति पत्र न देने पर पूछा तो कहा गया कि आचार संहिता लग गई है। समय बीतने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं मिला तो दबाव बनाया।

जिसपर सुनीता के पति राजीव ने गाली-गलौज की। जेल भिजवाने की धमकी दी। हरिकिशन की तहरीर पर कोतवाली में रिपोर्ट नहीं लिखी गई। वह एसएसपी के पास गए। एसएसपी के आदेश पर आरोपी राजीव कुमार, सुनीता और शालिनी सक्सेना पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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