अयोध्या: सड़क दुर्घटना को कम करने के लिये चार विभाग मिलकर करेंगे काम, घायलों का होगा तत्काल उपचार, IRLD App से मिलेगी मदद

अयोध्या: सड़क दुर्घटना को कम करने के लिये चार विभाग मिलकर करेंगे काम, घायलों का होगा तत्काल उपचार, IRLD App से मिलेगी मदद

अयोध्या। सड़क दुर्घटना से जनपद में होने वाली मौतों को कम करने के लिए अब चार विभाग मिलकर काम करेंगे। इनमें पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी को शामिल किया गया है। शासन से संबंधित विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गयी है। इन विभागों को आईआरएडी (इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) एप पर घटना से …

अयोध्या। सड़क दुर्घटना से जनपद में होने वाली मौतों को कम करने के लिए अब चार विभाग मिलकर काम करेंगे। इनमें पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी को शामिल किया गया है।

शासन से संबंधित विभागों के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गयी है। इन विभागों को आईआरएडी (इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) एप पर घटना से लेकर उपचार तक की लाइव रिपोर्टिंग करनी होगी।

सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान भी चली जाती है। इसकी प्रमुख वजह सड़क दुर्घटना में घायलों को समय पर उपचार की सुविधा उपलब्ध न हो पाना है। जब तक घायल को अस्पताल पहुंचाया जाता है तब तक काफी देर हो जाती है और इस दौरान काफी रक्त बह जाने से घायल की जान भी नहीं बच पाती है। शासन का प्रयास है कि संख्या में कमी लाई जाए।

इसके मद्देनजर एक एप विकसित किया गया है। इस पर संबंधित विभाग अपने से संबन्धित ब्यौरा अपलोड करेंगे। इसमें खासकर सभी ब्लॉक लेवल अस्पताल व जिला चिकित्सालय को पंजीकृत किया गया है।

साथ ही प्रत्येक अस्पताल में पदस्थ एक चिकित्साधिकारी व एक कंप्यूटर ऑपरेटर को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों की लाइव रिपोर्टिंग करने का तरीका बताया जायेगा।

शीघ्र हो मदद यह है उद्देश्य

पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को आईआरएडी एप से जोड़ा गया है। दुर्घटना होने पर पहले पुलिस विभाग द्वारा घटना की जानकारी फोटो, वीडियो, अक्षांश देशांतर, घायल व्यक्तियों का विवरण आदि मौके पर ही अपलोड किया जाएगा। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायलों के उपचार से संबन्धित विवरण अपलोड करना होगा।

परिवहन विभाग दुर्घटना में प्रयुक्त वाहनों का विवरण अपलोड करता है वही एनएचएआई अथवा पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर घटना के वास्तविक कारणों ब्लैक स्पॉट, सड़क की स्थिति, वाहन की गति आदि का पता लगाकर अपलोड करेंगे।

भविष्य में न्यायालय, बीमा और एम्बुलेंस से जुड़े विभागों को भी इससे जोड़ने के लिए कार्य चल रहा है। विभागों द्वारा अपलोड डाटा का वैज्ञानिक विश्लेषण कर दुर्घटना में कमी लाने के लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे।

सड़क दुर्घटना से मरने व घायल होने वालों की सूचना अपडेट होगी। आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नई कवायद शुरू की है।

भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनआइसी के साथ मिलकर एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस तैयार करने के लिए एक एप विकसित किया है। आइआरएडी अपने जिले में होने वाली दुर्घटनाओं का विवरण दर्ज करेगा। इसका अध्ययन आइआइटी मद्रास के विशेषज्ञ करेंगे।

शासन स्तर पर एप व्यवस्था प्रदान की गई है। इसके लिए जिला स्तर पर समन्वय समिति बनेगी। शीघ्र ही एप के जरिए कार्य शुरू हो जायेगा। संजय सिंह,संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन

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