अयोध्या: नागपंचमी पर शिव का जलाभिषेक कर भक्तों ने मांगा आशीर्वाद, धूमधाम से मनाया गया त्योहार

अयोध्या: नागपंचमी पर शिव का जलाभिषेक कर भक्तों ने मांगा आशीर्वाद, धूमधाम से मनाया गया त्योहार

अयोध्या। रामनगरी में चल रहे सावन झूला मेले के बीच पड़ने वाले नागपंचमी के त्योहार को लोगों ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ मनाया। नागपंचमी पर सुबह से ही सरयू घाट पर पहुंचे लोगों ने स्नान कर अपने आराध्य देव भोले नाथ का जयकारा लगाते हुए उनका जलाभिषेक किया। नागपंचमी के त्योहार को देखते हुए …

अयोध्या। रामनगरी में चल रहे सावन झूला मेले के बीच पड़ने वाले नागपंचमी के त्योहार को लोगों ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ मनाया। नागपंचमी पर सुबह से ही सरयू घाट पर पहुंचे लोगों ने स्नान कर अपने आराध्य देव भोले नाथ का जयकारा लगाते हुए उनका जलाभिषेक किया। नागपंचमी के त्योहार को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से सरयू घाट के अलावा प्रमुख मठ मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गये थे, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो सके।

रामनगरी के प्रसिद्ध नागेश्वर नाम मंदिर में दर्शन के लिए सुबह से शिवभक्तों का तांता लगा रहा, इसके अलावा क्षीरेश्वरनाथ सहित जनपद के विभिन्न शिवालयों में पहुंचे शिवभक्तों ने अपने आराध्य देव भगवान भोले नाथ का जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिया। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी शिवभक्तों ने शिवालयों पर जाकर पूजन-अर्चन किया। इसीक्रम में बीकापुर तहसील क्षेत्र के कोछाबाजार, चौरेबाजार, मोतीगंज, हैदरगंज, चौरेबाजार, रामपुर भगन, तारुन, नन्सा बाजार, जाना बाजार में भी ही महिलाएं, लड़कियों ने नाग देवता को दूध पिलाया।

इसके अवाला ग्रामीण इलाकों में लम्बी कूद, ऊंची कूद के अलावा कुश्ती का भी आयोजन किया गया। वहीं पूराबाजार क्षेत्र के देवगढ़, ताहिरपुर, मडना, सराय राशि, सनेथू, पुरखेपुर, कर्मा कोड़री, अंजना, शांतिपुर, लक्ष्मीदासपुर, अकवारा, कछौली, नरायनपुर सहित विभिन्न गांव में महिलाओं ने नाग देवता को मंदिरों व शिवालयों पर पूजन-अर्चन किया और नाग देवता को दूध व लावा चढ़ाया।

मान्यता है नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने पर कुंडली में मौजूद कालसर्प और राहु दोष दूर हो जाता है। इसके अलावा जीवन के सभी पाप भी नष्ट हो जाते हैं। बताया जाता है कि श्रावण मास के शु्क्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। यह दिन नाग देवता की पूजा के लिए समर्पित होता है। मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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