बरेली: पैकिंग पर लिखा आयोडीन युक्त नमक, ब्रांड और गुणवत्ता का पता नहीं

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बरेली, अमृत विचार। बाजार में सफेद नमक का काला खेल खूब चल रहा है। ब्रांडेड सफेद नमक के नाम से गैर आयोडीन युक्त नमक धड़ल्ले से बेची जा रही है। सस्ता होने से अधिकांश होटल और ढाबों में यही नमक खपाया जा रहा है। खास बात यह भी है पैकिंग पर भले ही आयोडीन युक्त …

बरेली, अमृत विचार। बाजार में सफेद नमक का काला खेल खूब चल रहा है। ब्रांडेड सफेद नमक के नाम से गैर आयोडीन युक्त नमक धड़ल्ले से बेची जा रही है। सस्ता होने से अधिकांश होटल और ढाबों में यही नमक खपाया जा रहा है। खास बात यह भी है पैकिंग पर भले ही आयोडीन युक्त नमक लिखा हो, लेकिन इसके ब्रांड और गुणवत्ता का कुछ पता नहीं है। टाटा नमक की तरह ताजा, प्रिंस, केन प्राइड समेत कई नाम की पैकिंग बाजार में उपलब्ध है।

इनके दाम भी बेहद कम हैं। ब्रांडेड नमक का एक किलो का पैकेट 18 रुपये में बिकता है तो इसमें मिलता जुलता नमक 10 रुपये में आसानी से उपलब्ध हो रहा है। इधर, विभिन्न कंपनियों के नमक में कितना आयोडीन है, जांच को लेकर अफसर गंभीर नहीं है, जिससे पता चले यह नमक स्वास्थ्य के लिए ठीक है या नहीं।

जिले की बात करें तो शहर के श्यामगंज किराना बाजार में नमक के बड़े थोक विक्रेता हैं। आसपास के जिलों में यहीं से नमक सप्लाई होता है। प्रतिदिन की खपत भी करीब एक हजार बोरी के आसपास है। जानकार बताते हैं कि नमक में आयोडीन की उचित मात्रा नहीं होने से कई तरह की बीमारियां होने की आशंका रहती है।

मुख्य रूप से बच्चों और गर्भवती महिलाएं ज्यादा पीड़ित होती हैं। कंपनियां आयोडीन युक्त नमक बेचती हैं पर कम कीमत में भी नमक उपलब्ध होता है, जिसमें आयोडीन की उचित मात्रा नहीं होती। पशुओं या कॉमर्शियल इस्तेमाल वाला नमक भी कई लोग खाते हैं। इसमें आयोडीन नहीं होता। मगर, जानकारी के अभाव में लोग सस्ता होने के चलते इसे खरीद लेते हैं। इसमें आयोडीन नहीं होने से यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

छापेमारी में पकड़ा था 64 बोरी नकली टाटा नमक
श्यामगंज मंडी में लगातार नकली टाटा नमक की पैकिंग में गुणवत्ताही नमक बेचे जाने की सूचना पर चार दिन पहले कंपनी प्रतिनिधि देवेंद्र प्रताप की शिकायत पर पुलिस ने उसके साथ पांच थोक विक्रेताओं के यहां छापा मारकर 64 बोरी और 91 पैकेट नकली टाटा नमक बरामद किया था। सभी दुकानदारों के खिलाफ थाना बारादरी में कॉपीराइट एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई। माना जा रहा था इस कार्रवाई का असर बाजार में देखने को मिलेगा। लेकिन यह खेल चोरी छिपे अब भी धड़ल्ले से चल रहा है।

हर कदम पर नियमों की हो रही अवहेलना
मानसिक व शारीरिक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले आयोडीन नमक के रख-रखाव में भी शहर के दुकानदार नियमों की अवहेलना कर रहे हैं। बताया जाता है नमक खुले में धूप में रखने से आयोडीन का क्षरण तेजी से हो जाता है। नमक से आयोडीन लगभग गायब हो जाती है। ऐसे में जहां ग्राहकों के साथ अन्याय हो रहा है, तो दूसरी ओर सरकार की मंशा को भी पलीता लगाया जा रहा है। जो दुकानदार इसका पालन नहीं कर रहे हैं उनकी शहर के श्यामगंज, पुराना शहर आदि जगहों में आसानी से देख्रा जा सकता है।

इसलिए जरूरी है आयोडीन नमक
जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक बागीश वैश्य के मुताबिक आयोडीन शरीर व मस्तिष्क दोनों की सही वृद्धि, विकास व संचालन के लिए आवश्यक है। आयोडीन की कमी से घेंघा हो सकता है। आयोडीन की कमी से नवजात शिशु के शरीर व दिमाग की वृद्धि व विकास में हमेशा के लिए रूकावट आ सकती है। छोटे बच्चों, नौजवानों व गर्भवती महिलाओं के लिए आयोडीन बहुत जरूरी है। गर्भवती मां में आयोडीन की कमी हो तो उसका बच्चा असामान्य हो सकता है। अगर तुरन्त बच्चे का इलाज नहीं कराया गया तो उम्र बढऩे के साथ उसकी मानसिक व शारीरिक हालत और भी खराब होती जाती है।

दुकानों से नहीं चोरी होती नमक
मजेदार बात यह है कि दुकानों के बाहर रखे इन नमक की बोरी चोरी नहीं होती है। शहर से लेकर देहात तक नमक की दुकानों पर यह स्थिति देखी जा सकती है। यही कारण है दुकानदार नमक को खुले में बाहर रख देते हैं। चोरी नहीं होने के पीछे धारणा है कि नमक कोई नहीं चुराता, क्योंकि इसका हक अदा करना पड़ता है। इसके अलावा भी कई और धारणाएं भी हैं।

हमारी दुकान पर कई ब्रांड का नमक है। ग्राहक की तरफ से इसको लेकर कभी कोई शिकायत नहीं मिली। अगर प्रशासन किसी प्रकार की जांच करना चाहता है तो करें हम सहयोग के लिए तैयार है। राजकुमार, नमक थोक विक्रेता

हम फिलहाल ब्रांडेड कंपनी टाटा का ही नमक थोक व फुटकर में बेचते हैं। इसको लेकर कभी कोई शिकायत नहीं रही। कम कीमत वाले नमक की गुणवत्ता पर किसी तरह का कोई विश्वास नहीं है। राजीव, दुकानदार

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