इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए मांगे गए प्रस्ताव

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के लिए मांगे गए प्रस्ताव

नई दिल्ली। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार समिति ने राष्ट्रीय एकता और शांति को बढावा देने के लिए दिए जाने वाले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के वास्ते प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। इंदिरा एकता पुरस्कार सलाहकार समिति के सदस्य सचिव पवन कुमार बंसल ने मंगलवार को यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि समिति की अध्यक्ष सोनिया …

नई दिल्ली। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार समिति ने राष्ट्रीय एकता और शांति को बढावा देने के लिए दिए जाने वाले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के वास्ते प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं। इंदिरा एकता पुरस्कार सलाहकार समिति के सदस्य सचिव पवन कुमार बंसल ने मंगलवार को यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि समिति की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्ष 2019 एवं 2020 के पुरस्कार के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं।

यह प्रस्ताव एक निर्धारित प्रपत्र पर आमंत्रित किए गए हैं। पुरस्कार के वास्ते नामांकन के लिए प्रारूप यहां कांग्रेस मुख्यालय से प्राप्त किये जा सकते हैं और पुरस्कार के प्रस्ताव 31 अगस्त तक जमा करने हैं। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को कांग्रेस के शताब्दी वर्ष 1985 में स्थापित किया गया था।

पुरस्कार राष्ट्रीय एकीकरण, आपसी समझदारी तथा विभिन्न धार्मिक समूहों, समुदायों, संस्कृति एवम् परम्पराओं की राष्ट्रीय एकता की भावना को सुदृढ़ तथा प्रौन्नत करने के दृष्टिकोण से स्थापित किया गया है। यह पुरस्कार श्रीमती गांधी के बलिदान दिवस 31 अक्तूबर को दिया जाता है।

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार एकीकरण में अप्रत्याषित योगदान देने के लिए किसी व्यक्ति या संस्था को दिया जाता है जिसमें प्रशस्ति-पत्र के अलावा दस लाख रुपए की राशि दी जाती है। पवन कुमार बंसल ने बताया कि अब तक पुरस्कार प्राप्त करने वालों में – स्वामी रंगनाथनंदा, श्रीमती अरुणा आसफ अली, भारत स्काउट एण्ड गाइड्स, पी.एन. हक्सर, श्रीमती एम.एस. सुब्बालक्ष्मी, राजीव गांधी (मरणोपरांत), परम धाम आश्रम (वर्धा, महाराष्ट्र),

आचार्य श्रीतुलसी जी, डॉ. बिशम्भर नाथ पांडेय, सरदार बेअंत सिंह (मरणोपरांत) तथा नटवर ठक्कर (संयुक्त रूप से), गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक अफेयर्स (कर्नाटक), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय केन्द्र (शांति निकेतन), डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, डा शंकर दयाल शर्मा (मरणोपरांत), प्रो. सतीश धवन, एच.वाई. शारदा प्रसाद, राम-रहीम नगर स्लम ड्वैलर्स एसोसिएशन (अहमदाबाद),

अमन पथिक-पीस वालंटियर ग्रुप (अहमदाबाद) राम सिंह सोलंकी एवं सुनील तमैचे (संयुक्त रूप से), आचार्य महाप्रज्ञ, श्याम बेनेगल, श्रीमती महाष्वेता देवी, जावेद अख्तर, डॉ. जे.एस. बन्दूकवाला तथा डॉ. राम पुनियानी (संयुक्त रूप से), कस्तूरबा गांधी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट (इन्दौर, मध्य प्रदेश), बलराज पुरी, ए. आर. रहमान एवं रामाकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर, छत्तीसगढ़ (संयुक्त रूप से), मोहन धारिया, गुलजार, डॉ॰ एम.एस. स्वामीनाथन, राजगोपाल पी.वी., टी.एम. कृष्णा तथा चण्डी प्रसाद भट्ट शामिल हैं।

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