बरेली: सड़कों की ठोकरें बढ़ा रहीं जीवन में दर्द

बरेली: सड़कों की ठोकरें बढ़ा रहीं जीवन में दर्द

बरेली, अमृत विचार। भूमिगत सीवर लाइन पड़ने के दौरान शहर के लोगों ने करीब डेढ़ साल तक कई जर्जर सड़कों पर दिक्कतें झेली। मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री से लेकर नोडल अधिकारी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने शहर की सड़कों के हाल का मुद्दा जोरशोर से उठाया तब जल निगम की कार्यदायी संस्था ने पहले तो टुकड़ों …

बरेली, अमृत विचार। भूमिगत सीवर लाइन पड़ने के दौरान शहर के लोगों ने करीब डेढ़ साल तक कई जर्जर सड़कों पर दिक्कतें झेली। मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री से लेकर नोडल अधिकारी के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने शहर की सड़कों के हाल का मुद्दा जोरशोर से उठाया तब जल निगम की कार्यदायी संस्था ने पहले तो टुकड़ों में सड़कों का निर्माण कराया लेकिन सीवर के जिन स्थानों पर डिप हैं, वहां डिप की ऊंचाई ज्यादा कर दी। इससे सड़कों के बीच में ठोकरें बन गयीं।

सिटी स्टेशन के पास सड़क में हुए गडढे़

ये ठोकरें राहगीरों के लिए नासूर बनती जा रही हैं। हल्की गति में भी ठोकर पर पहिया जाते ही दोपहिया वाहन उछल रहा है। दिनभर सड़कों पर एंबुलेंस फर्राटा भरती हैं, ऐसे में मरीजों के साथ गर्भवती महिलाओं को भी दिक्कतें हो रही हैं। उन लोगों के लिए ठोकरें ज्यादा दर्द दे रही हैं, जिनकी मांसपेशियों में जकड़न है। ज्यादा दिक्कत उद्योग विभाग के सामने सड़क के बीचोबीच डिप से है।

चौकी चौराहा से किला जाने बाली सड़क पर एडीएम कम्पाउंड के बाहर सड़क में गडढ़े

गांधी उद्यान से लेकर चौकी चौराहे तक सड़क के बीच में कई डिप ऐसे हैं जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। इसी तरह पटेल चौक से चौपुला चौराहे तक सड़क के बीच में ऊंचे डिप हैं। नगर निगम से श्यामगंज चौराहे तक बनायी गयी सड़क का भी यही हाल है। सड़क से ऊंचे डिप राहगीरों के सामने अचानक आने पर कई बार लोग गिरते गिरते बचते हैं।

खुर्रम गौटिया रोड़ पर सड़क जर्जर हो चुकी है।

रात में तो कई लोग गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। सड़क की ठोकरें आमजन के लिए मुश्किलें खड़ी करने के बावजूद अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। अधिकारी एसी रूम में बैठकर विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं लेकिन आमजन की दिक्कतें दूर करने पर कोई निर्णय नहीं लिया जाता है।