रामपुर : रामनगर बैराज से छोड़ा गया पानी, कोसी नदी में उफान, बाढ़ का खतरा
रामपुर/सैदनगर,अमृत विचार। रामनगर बैराज से छोड़े गए पानी के बाद कोसी नदी में उफान आ गया है।किनारों से बाहर निकले पानी ने रास्तों और खेतों को जलमग्न कर दिया है।कोसी के तेवर देख लोगों को अब बाढ़ का खतरा सताने लगा है। रामनगर बैराज से रविवार को छोड़ा गया 31 हजार क्यूसेक पानी देर रात …
रामपुर/सैदनगर,अमृत विचार। रामनगर बैराज से छोड़े गए पानी के बाद कोसी नदी में उफान आ गया है।किनारों से बाहर निकले पानी ने रास्तों और खेतों को जलमग्न कर दिया है।कोसी के तेवर देख लोगों को अब बाढ़ का खतरा सताने लगा है।
रामनगर बैराज से रविवार को छोड़ा गया 31 हजार क्यूसेक पानी देर रात जिले की सीमा में प्रवेश कर गया था। सोमवार तड़के लालपुर कोसी बैराज पर पहुंचे पानी ने नदी में हलचल पैदा कर दी।उफान लेते ही कोसी ने अपने तेवर दिखाना शुरूकर दिए।नदी किनारे से बाहर निकले पानी ने जंगल के रास्तों को जलमग्न कर दिया।
क्षेत्र के दर्जनों गांव खेमपुर,रसूलपुर,पसियापुरा,चांदपुर,इमरता,बजावाला, खिजरपुर, लालपुर आदि गांव के लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है। किसानों को डर है अगर पानी और छोड़ा गया तो उनकी फसलें चौपट हो जाएंगी।कोसी में पानी बढ़ने के साथ ही प्रशासन भी अलर्ट है। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारी ग्रामीणों से नदी की और ना जाने की अपील कर रहे हैं।
उफनाई कोसी नदी में छलांग लगा करतब दिखा रहे युवक
सैदनगर लालपुर कोसी नदी में जलस्तर बढ़ गया है, प्रशासन ने नदी के आसपास बने गांवों को अर्लट जारी कर दिया है। कोसी नदी के पुल को सपा सरकार में तोड़ दिया गया था। आसपास के इलाकों की करीब 5 लाख जनता परेशान है। कोसी नदी पर प्रशासन द्वारा आस्थायी पुल बनाया गया था। लेकिन अस्थायी पुल को प्रशासन ने 15 जून से पहले उखाड़ लिया था। कोसी नदी में पानी का बहाव बहुत तेज़ है।

युवक जान की परवाह किए बिना कोसी नदी के पुल से छलांग लगाकर नहा रहे हैं। कोसी नदी लालपुर के आस्थायी फुल के टूटने के बाद खड़े पिलर से कूदकर नदी में नहा रहे युवक जिनको अपनी जान की बिल्कुल भी परवा नहीं है यहां पर पिछले दिनों कोसी नदी में नहाते समय दो युवकों की जान जा चुकी है।लेकिन युवक मौतों से भी सबक नहीं ले रहे हैं।

कोसी नदी पर पुलिस प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही नजर आ रही है कि यहां पर थाना टांडा और थाना अजीम नगर दोनों थानों के बीच लालपुर नदी का डाम है यहां पर कई बार नहाते समय नहाने से डूबकर मौत हो गई हैं।लेकिन जिस दिन हादसे होता है उसी दिन एक दो पुलिस वाले नदी पर आ जाते हैं और फिर एक-दो दिन के बाद अपनी अपनी चौकियों पर ही तैनात रहते हैं की एक तरफ चौकी सैदनगर तो दूसरी तरफ चौकी खौद है। लेकिन लालपुर नदी पर है दोनों चौक में से कोई भी पुलिसवाला यहां पर मैं महजूद नहीं रहते हैं।
कोसी नदी पर लालपुर में अधूरा पुल बनवाने की उठाई मांग
बलिहद ने बताया कि सरकार से मांग है कि सरकार लालपुर नदी में पुल बनवाकर हमारी परेशानियां दूर किया जाएं। जिससे कि मजदूर किसान अपना काम करने के लिए आ जा सकें। पुल नहीं होने की वजह से काफी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। पार करते समय बह जाने का डर लगा रहता है।
इरफान अली ने कहां कि गांव से ब्लाक कि दूरी लगभग पांच किलोमीटर की है लेकिन लालपुर नदी में पुल नहीं बनने की वजह से हम लगभग 65 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती हैं।पेट्रोल भी ज्यादा लगता है जिसकी कीमत आसमान को छू रही है।
पानी छोड़े जाने के बाद कोसी नदी में बढ़ा जलस्तर खतरे की आशंका
मसवासी, उत्तराखंड के पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से कोसी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। खतरे के मद्देनजर ग्रामीणों से कोसी के आसपास नहीं जाने की सलाह दी गई है। रविवार से रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश से खेत और फसलें जलमग्न हो गई है किसानों ने धान की रोपाई का काम भी तेज कर दिया है।
24 घंटों से पहाड़ों पर लगातार बारिश से मैदानी इलाकों पर भी असर पड़ रहा है।ठंडी हवाओं से मौसम सर्द हो गया है।गर्मी से लोगों को राहत मिल गई है।बारिश से कोसी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों ने वहां पर नहीं जाने की मांग की है।
