बनबसा: मूसलाधार बारिश से जलमग्न हुआ शहर का हर कोना

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बनबसा, अमृत विचार। क्षेत्र में रविवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। हुड्डी, जगबूढ़ा नदी के ऊफान पर आने से बमनपुरी, पचपकरिया, भजनपुर, चंदनी, देवीपुरा समेत कई गांवों पूरी तरह जलमग्न हो गए। लोगों के घरों एवं खेतों में पानी भरने से अनाज और फसलों को नुकसान पहुंचा है। थारू जनजाति बाहुल्य …

बनबसा, अमृत विचार। क्षेत्र में रविवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। हुड्डी, जगबूढ़ा नदी के ऊफान पर आने से बमनपुरी, पचपकरिया, भजनपुर, चंदनी, देवीपुरा समेत कई गांवों पूरी तरह जलमग्न हो गए। लोगों के घरों एवं खेतों में पानी भरने से अनाज और फसलों को नुकसान पहुंचा है।
थारू जनजाति बाहुल्य गांव बमनपुरी में बारिश के साथ ही हुड्डी नदी के ऊफान पर आने से पूरा गांव जलमग्न हो गया। लोगों के खेत-खलिहानों से लेकर घरों में तक पानी घुस गया, जिससे उन्हें बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। बमनपुरी निवासी दरबार सिंह बिष्ट, हरीश पंत, मोहन शर्मा, घनश्याम शर्मा, रमेश जोशी, बसंत राणा, राजेंद्र सिंह कठायत, मोहन सिंह फर्त्याल, भवान सिंह भंडारी, कल्लू राणा, बैंक काॅलोनी निवासी रमेश जोशी, जनक जोशी, कमल जोशी, जगदीश पाठक, परी शर्मा के घरों एवं खेतों में पानी घुसने से फसल और अनाज को नुकसान पहुंचा है।
हरीश पंत के घर की चहारदीवारी गिरने से उनके मकान को खतरा पैदा हो गया है। हालांकि, यहां की प्रधान भावना नेगी द्वारा कई बार शासन-प्रशासन से गांव में सुरक्षा के उपाय कराने की गुहार लगाई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। प्रधान ने बताया कि पेट्रोल पंप से आगे एनएच की पुलिया का मुहाना बंद होने से बमनपुरी गांव से लेकर जगबूढ़ा पुल तक बाढ़ जैसे हालात पैदा हुए हैं।
उधर, ग्रामसभा देवीपुरा में जगबूढ़ा नदी ने जमकर कहर बरपाया है। यहां भी लगभग पूरा गांव जलमग्न हो गया, जबकि ग्रामीण जगत सिंह महर, रूप सिंह धामी, जमन सिंह मिताड़ी, गोपाल सिंह मिताड़ी, लाल सिंह, जसवीर सिंह समेत दर्जनों लोगों घरों में पानी घुसने से उनका अनाज, बर्तन, कपड़े आदि खराब हो गए।
कई लोगों ने छतों एवं दूसरी मंजिल पर बने मकान में शरण ली। दोपहर बाद बारिश होने पर पानी खुद ही कम हो गया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। ग्राम प्रधान दीपक प्रकाश चंद ने बताया कि जगबूढ़ा नदी हर वर्ष गांव में तबाही मचाती है, इसके लिए उन्होंने पूर्व में भी एसडीएम को ज्ञापन देकर जगबूढ़ा नदी पर तटबंध बनाने की मांग की है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि अगर धनुषपुल के पास चुगान करा दिया जाए तब भी पानी का बहाव गांव की तरफ नहीं आएगा। उन्होंने एसडीएम को फिर ज्ञापन भेजकर जगबूढ़ा नदी से हुए नुकसान की जानकारी दी है। साथ ही तटबंध बनाने की मांग की है। इसके अलावा स्ट्रांग फार्म, मीना बाजार, धर्मशाला लाइन, गढ़ीगोठ समेत कई इलाकों भी जलमग्न हो गए। वार्ड एक और दो के मध्य हाइवे से जुड़े संपर्क मार्ग में पानी भरने से वहां रहने वाले आधा दर्जन से अधिक परिवार परेशान हैं।
एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी ने किया निरीक्षण
बनबसा। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने तहसीलदार ललित मोहन तिवारी और पटवारी वीरेंद्र पुंडीर के साथ क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने बमनपुरी में एनएच किनारे बंद पड़ी पुलिया के मुहाने को खोलने के निर्देश तहसीलदार को दिए। वहीं, देवीपुरा में पटवारी वीरेंद्र पुंडीर ने निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि पानी निकासी नहीं होने की वजह से कुछ इलाकों पर पानी काफी भर गया है। तहसीलदार को पानी निकासी कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा हुड्डी और जगबूढ़ा नदी से सुरक्षा के उपाय भी जल्द किए जाएंगे।
लोगों में आक्रोश
बनबसा। रविवार की बारिश में जिस तरह लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी है, उससे उनमें प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है। बमनपुरी निवासी जीवन सिंह नेगी, हरीश पंत, गढ़ीगोठ निवासी हेम जोशी, भूपेश चंद समेत तमाम ग्रामीणों का कहना है कि शुरुआती बारिश में ही जब क्षेत्र का ये हाल है तो आगामी दिनों में होने वाली बारिश में क्या होगा, इसका अंदाजा लगाना ही बेहद खौफनाक है। उन्होंने कहा कि प्रधानों की ओर से बार-बार बाढ़ सुरक्षा कार्यों को लेकर शासन-प्रशासन के समक्ष गुहार लगाती जाती रही है, बावजूद इसके कोई सुनने वाला नहीं है।

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