Tokyo Olympics: ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनने के लिए करना होगा इंताजर, स्टेडियम में नहीं सुनाई देगा दर्शकों का शोर!
टोक्यो। टोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति ने सोमवार को संकेत दिए कि खेलों के लिए स्टेडियम में आने की उम्मीद लगाए बैठे स्थानीय प्रशंसकों के लिए वे इस हफ्ते टिकट नीति में बदलाव करेंगे। आयोजन समिति ने यह संकेत उस समय दिए हैं जब महामारी के कारण स्थगित खेलों के उद्घाटन समारोह में तीन हफ्ते …
टोक्यो। टोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति ने सोमवार को संकेत दिए कि खेलों के लिए स्टेडियम में आने की उम्मीद लगाए बैठे स्थानीय प्रशंसकों के लिए वे इस हफ्ते टिकट नीति में बदलाव करेंगे। आयोजन समिति ने यह संकेत उस समय दिए हैं जब महामारी के कारण स्थगित खेलों के उद्घाटन समारोह में तीन हफ्ते का समय बचा है। आयोजकों, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और अन्य के इस हफ्ते बैठक करने की उम्मीद है जिससे कि तेजी से बदलती कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर नए प्रतिबंधों की घोषणा की जा सके।
आयोजकों ने कहा है कि मंगलवार को लॉटरी के जरिए होने वाले टिकटों के वितरण को शनिवार तक टाल दिया गया है जिससे कि नए बदलावों को इसमें शामिल किया जा सके। विदेशों से आने वाले दर्शकों पर महीनों पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया था। दो हफ्ते पहले आयोजक, आईओसी और अन्य सहमत हुए थे कि इंडोर और आउटडोर स्टेडियम में 50 प्रतिशत तक दर्शकों को आने की स्वीकृति दी जाएगी जिसकी अधिकतम सीमा 10 हजार दर्शकों की होगी।
खबरों के अनुसार सभी स्थलों पर अधिकतम दर्शकों की सीमा को घटाकर पांच हजार किया जा सकता है। कुछ अपुष्ट खबरों में सुझाव दिया गया है कि स्टेडियमों में दर्शकों की मौजूदगी के बिना खेलों का आयोजन अब भी विकल्प है और रात्रि के सत्र में दिन के सत्र की तुलना में प्रशंसकों को लेकर नियम कड़े होंगे।
डर है कि ओलंपिक से संक्रमण फैल सकता है क्योंकि 200 से अधिक देशों के 11000 से अधिक ओलंपिक और 4400 पैरालंपिक खिलाड़ी जापान में प्रवेश करेंगे। हजारों जज, प्रायोजक, प्रसारणकर्ता और मीडियाकर्मी भी देश में आएंगे। अधिकारियों ने हालांकि कहा है कि 80 प्रतिशत से अधिक खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ का टीकाकरण हो गया है।
