जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव: भाजपा का दबदबा, अखिलेश का हमला, सीएम ने दी बधाई

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लखनऊ। विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया है। 75 जिला पंचायत की सीटों में से 67 पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना कब्जा जमाया है। पांच सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में आई हैं। वहीं राष्ट्रीय लोकदल और जनसत्ता दल को …

लखनऊ। विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपना परचम लहराया है। 75 जिला पंचायत की सीटों में से 67 पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना कब्जा जमाया है। पांच सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में आई हैं। वहीं राष्ट्रीय लोकदल और जनसत्ता दल को एक-एक सीट मिली है। जबकि जौनपुर में निर्दलीय ने विजय हासिल की है।
बीते 29 जून को नाम वापसी की घोषणा के साथ 22 जिलों के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने लिये गये थे। इनमे से 21 सीटों पर भाजपा और प्रमुख विपक्षी दल सपा अपने गढ़ इटावा की एक सीट पर निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में सफल हुई थी।

शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के 53 सीटों पर हुए मतदान और मतगणना की समाप्ति के पश्चात प्रदेश में कुल 75 में से 67 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। पांच सीट पर सपा, राष्ट्रीय लोकदल और जनसत्ता दल एक-एक एवं एक सीट निर्दल के खाते में गई है। समाजवादी पार्टी को उनके गढ़ मैनपुरी, रामपुर व बदायूं के साथ ही कांग्रेस के किले रायबरेली में भी भाजपा के प्रत्याशियों ने शिकस्त दी है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को निर्दलियों का काफी समर्थन मिला है।

इसके साथ ही भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली अपना दल (एस) को भी दो में से एक सीट पर जीत मिली है। जौनपुर में बाहुबली बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह को जीत मिली है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने बलिया, संतकबीरनगर, एटा, इटावा व आजमगढ़ जीती है। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का दबदबा प्रतापगढ़ में कायम है। उनकी पार्टी जनसत्ता दल ने खाता खोला तो बागपत में रालोद ने तमाम उठापटक के बाद भी जीत दर्ज करने में सफलता प्राप्त की।

सत्ता का ऐसा बदरंग चेहरा कभी नहीं देखा : अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में आज सत्तारूढ़ दल ने सभी लोकतांत्रिक मान्यताओं का तिरस्कार करते हुए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को एक मजाक बना दिया है। सत्ता का ऐसा बदरंग चेहरा कभी नहीं देखा गया। भाजपा ने अपनी हार को जीत में बदलने के लिए मतदाताओं के अपहरण, उनको मतदान से रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन के सहारे बल प्रयोग किया और जबर्दस्ती हेल्पर देकर अपने पक्ष में मतदान करा लिया। भाजपा की धांधली का विरोध करने पर समाजवादी कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवहार किया गया। ऐसा लग रहा था जैसे जनादेश के अपहरण के किए भाजपा सरकार नंगा नाच करने पर उतारू है।

मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। जिला पंचायत के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में विकास के महत्वपूर्ण कार्य संचालित होते हैं। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्षों से पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण भाव से अपने पद के दायित्वों का निर्वहन करने की अपेक्षा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार गांव, गरीब और किसान की सीधी मदद करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। उन्होंने इन समस्त नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से कोरोना कालखण्ड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में स्थानीय प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए मानवता की सेवा में सहभागी बनने का आह्वान किया है।

 

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