नैनीताल: महाराष्ट्र के बाद अब पहाड़ पर सियासी जमीन की तलाश में शिवसेना
नैनीताल, अमृत विचार। महाराष्ट्र के बाद शिव सेना अब पहाड़ पर अपनी सियासी जमीन को तलाशने में जुट गई है हिंदूवादी विचार धारा वाली शिव सेना उत्तराखंड की सियासत में अपनी उपस्थिति को दर्ज कराने के लिये जनता के बीच जाकर अपनी पैठ बढ़ाने में जुट गई है। शिव सेना के राज्य प्रमुख गौरव कुमार …
नैनीताल, अमृत विचार। महाराष्ट्र के बाद शिव सेना अब पहाड़ पर अपनी सियासी जमीन को तलाशने में जुट गई है हिंदूवादी विचार धारा वाली शिव सेना उत्तराखंड की सियासत में अपनी उपस्थिति को दर्ज कराने के लिये जनता के बीच जाकर अपनी पैठ बढ़ाने में जुट गई है। शिव सेना के राज्य प्रमुख गौरव कुमार इन दिनों कुमाऊं के दौरे पर है। इसी कड़ी में रविवार को नैनीताल पहुंचे जहां शिव सैनिकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
शुक्रवार को हुई प्रेस वार्ता में गौरव ने कहा कि वर्तमान में राज्य में तीसरे विकल्प की सख्त जरूरत है ऐसे में जनता को मजबूत विकल्प देने के लिये शिव सेना जनता के साथ खड़ी है और यहां के जल,जंगल व जमीन के साथ ही तमाम जन मुद्दों पर शिव सेना आगामी 2022 के विधानसभा चुनावी में उतरेगी। उन्होंने कहा कि शिव सेना का मकसद जनता की सेवा करना है। इसी लिए वो जनता के बीच जाकर चुनाव में एक सीट पर जीत दिलवाने की मांग करेंगे और जनता के सहयोग से एक सीट पर जीत दर्ज होती है तो वो गुम होते जनता के ज्वलंत मुद्दों को सदन में उठाएंगे।
गौरव कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुवे कहा कि इस वक्त कोरोना वायरस के चलते चारो तरफ लोगों में निराशा का माहौल है और लोगों को दो वक्त की रोटी के लाले पड़े है ऐसे में पार्टी को रामनगर में चिंतन शिविर लगाने की क्या जरूरत थी। राज्य में आम आदमी पार्टी के बढ़ते जनाधार को लेकर किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आप बीजेपी की बी पार्टी है लिहाजा उसका यहां कोई प्रभाव नही है,इस दौरान राज्य उप प्रमुख रूपेन्द्र नागर व प्रदेश महामंत्री भूपाल सिंह कार्की सहित कई शिव सैनिक मौजूद रहे।
