बरेली: जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्त का सूखा
बरेली, अमृत विचार। 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है ‘ गिव ब्लड एंड कीप द वर्ल्ड बीटिंग’ (रक्तदान करो और दुनिया को धड़काते रहो)। ऐसा तभी होगा जब लोग अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करेंगे। अगर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक का हाल देखें तो …
बरेली, अमृत विचार। 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है ‘ गिव ब्लड एंड कीप द वर्ल्ड बीटिंग’ (रक्तदान करो और दुनिया को धड़काते रहो)। ऐसा तभी होगा जब लोग अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करेंगे। अगर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक का हाल देखें तो यह रक्त की कमी से सूखता जा रहा है। इस कमी को दूर करने के लिए लोगों को अधिक से अधिक रक्तदान करना होगा। जिला अस्पताल में 180 यूनिट खून रखने की क्षमता है लेकिन मौजूदा समय में मात्र 14 यूनिट ही शेष हैं। इनमें कई समूह का ब्लड तो बिल्कुल भी मौजूद नहीं है।
खून की कमी के पीछे की वजह शासन द्वारा कोरोना संक्रमण काल में पिछले दो माह से रक्तदान शिविरों के आयोजन लगी रोक बतायी जा रही है। खून की कमी से मरीज व उनके परिजनों को परेशानी झेल ऐसे में उत्पन्न हुए संकट काल में मरीज और उनके परिजनों को भी यह परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में आपातकालीन स्थिति में प्रसूति व गर्भवती महिलाएं, गंभीर बीमार और दुर्घटनाग्रस्त लोगों के लिए ब्लड बैंक में खून की कमी है।
आम दिनों में जिला अस्पताल में 100 से 150 यूनिट ब्लड मौजूद रहता था। जिला अस्पताल के रक्त कोष में सामान्य दिनों में प्रतिदिन 15 से 20 यूनिट ब्लड की खपत होती है, जबकि आजकल कोरोना काल में ओपीडी और अन्य गंभीर मामले बंद होने से मात्र चार से पांच यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है। इमरजेंसी में मांग आठ यूनिट तक पहुंच जाती है। जिला अस्पताल ब्लड बैंक प्रभारी डा. यूवी सिंह बताते हैं कि ब्लड बैंक में रक्तसमूह के निगेटिव एंटीजेन की लगातार कमी बनी रहती है।
गिनेचुने ब्लड ग्रुप के रहने से मरीज के परिजन को ब्लड एक्सचेंज में भी परेशानी झेल रहे हैं। महिला एवं प्रसूति विभाग में प्रतिदिन तीन से चार यूनिट ब्लड की ही जरूरत होती है। गर्भवती और प्रसूति महिलाओं के परिजन ब्लड डोनेट करने को तैयार भी मिलते हैं, लेकिन कुछ ही ब्लड ग्रुप उपलब्ध होने के कारण उनकी परेशानी बनी ही रहती है।
आज से एक माह चलेगा रक्तदान पखवाड़ा
सोमवार को विश्व रक्तदान दिवस पर जिला अस्पताल परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। मौजूदा समय में सरकारी अस्पतालों में रक्त की कमी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष पखवाड़े की समयवाधि बढ़ाकर एक माह कर दी गई है।
