बरेली: पांच महीने बाद भी नहीं खुले महाविद्यालयों में प्रकोष्ठ

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बरेली, अमृत विचार। नई शिक्षा नीति के तहत शासन ने सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ, ऑनलाइन शिक्षा एवं एलएमएस प्रकोष्ठ समेत 10 अलग-अलग प्रकोष्ठ खोलने के निर्देश दिए थे। लेकिन पांच महीने बाद भी अधिकांश महाविद्यालयों में प्रकोष्ठों का गठन नहीं किया जा सका। इस संबंध में 5 …

बरेली, अमृत विचार। नई शिक्षा नीति के तहत शासन ने सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ, ऑनलाइन शिक्षा एवं एलएमएस प्रकोष्ठ समेत 10 अलग-अलग प्रकोष्ठ खोलने के निर्देश दिए थे। लेकिन पांच महीने बाद भी अधिकांश महाविद्यालयों में प्रकोष्ठों का गठन नहीं किया जा सका।

इस संबंध में 5 जून को राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अपर सचिव डा. आरके चतुर्वेदी ने विश्वविद्यालय समेत सभी महाविद्यालयों को 7 जून तक प्रकोष्ठ का गठन कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए थे। रुहेलखंड विश्वविद्यालय में अधिकाशं प्रकोष्ठ बना दिए हैं। इनके निदेशक व समन्वयक भी नियुक्त कर उन्हे जिम्मेदारी भी दे दी गई है। लेकिन महाविद्यालयों ने निर्देश को गंभीरता से नहीं लिया। लिहाजा महाविद्यालयों में अभी तक प्रकोष्ठ बनाया नहीं जा सका।

मालूम हो कि नई शिक्षा नीति को इसी सत्र से लागू किया जाना है। आगामी सत्र के लिए पाठ्यक्रम तैयार कर लिए गए हैं। शासन ने नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में अलग-अलग प्रकोष्ठ खोलने के 15 जनवरी को निर्देश दिए थे।

विवि व महाविद्यालयों में यह प्रकोष्ठ खोले जाने है
विश्वविद्यालय के साथ महाविद्यालयों में उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ, ऑनलाइन शिक्षा एवं एलएमएस प्रकोष्ठ, शिक्षक प्रशिक्षण प्रकोष्ठ, अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ, संस्थागत विकास योजना प्रकोष्ठ, एक्टिविटी क्लब, भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ, अंतराष्ट्रीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ, मेंटरिंग एवं मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रकोष्ठ, दिव्यांय सहायता एवं वंचित समूह सहायता योजना प्रचार-प्रसार प्रकोष्ठ खोले जाने है।

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