बरेली: लाकडाउन से ऑटोमोबाइल कारोबार को करोड़ों का झटका

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बरेली, अमृत विचार। कोरोना वायरस के कारण ऑटोमोबाइल कारोबार को भी बड़ा नुकसान हुआ है। लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर वाहनों की आवाजाही कम हुई। इसके अलावा सहालग में दुकानें भी बंद चल रही हैं। जिस कारण अब तक लगभग दो सौ करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। इस नुकसान की पूरे साल …

बरेली, अमृत विचार। कोरोना वायरस के कारण ऑटोमोबाइल कारोबार को भी बड़ा नुकसान हुआ है। लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर वाहनों की आवाजाही कम हुई। इसके अलावा सहालग में दुकानें भी बंद चल रही हैं। जिस कारण अब तक लगभग दो सौ करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। इस नुकसान की पूरे साल में भरपाई नहीं होने की बात कही जा रही है।

कोरोना वायरस के कारण पिछले साल भी लॉकडाउन लगा तो ऑटोमोबाइल कारोबार को भारी नुकसान हुआ था। इसके बाद दिवाली पर वाहनों की बिक्री ठीक हुई थी, लेकिन कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई नहीं हो पाई थी। पिछले साल सर्दी में सहालग कुछ ही दिनों रहा था, जिस कारण अपेक्षा से काफी कम वाहन बिके थे। इस साल मार्च, अप्रैल, मई में होने वाले सहालग में ऑटोमोबाइल कारोबार उठने की उम्मीद थी मगर मार्च में कोरोना की दूसरी लहर आ गई।

मार्च और अप्रैल में संक्रमण तेजी से बढ़ा तो लोगों ने लॉकडाउन लगने की सोचकर खरीदारी से हाथ खींच लिया था। अप्रैल में पंचायत चुनाव रहे। मई में कोरोना कर्फ्यू लग गया। कोरोना संक्रमण की वजह से तमाम लोगों ने शादियों की तारीख आगे बढ़ा दी। शहर की बात करें तो दुपहिया व चौपहिया वाहनों के एक दर्जन से अधिक शोरूम हैं, जो लाकडाउन की वजह से एक महीने से बंद पड़े हैं। कारोबारियों के मुताबिक सहालग में दुपहिया की मांग बढ़ जाती है।

इसको देखते हुए कारोबारियों ने एजेंसी पर विभिन्न वेरायटी के दुपहिया वाहन मंगा कर रख लिए थे। इसी तरह ऑटो पार्ट्स के कारोबारियों ने भी पूंजी निवेश किया था। लेकिन लॉकडाउन से काफी संख्या में बाइक एजेंसियों में ही पड़ी रह गईं। एक अनुमान के मुताबिक करीब 200 करोड़ का नुकसान हुआ है।

पिछले साल जब लॉकडाउन लगा था तब सहालग नहीं थी। मगर इस बार गर्मियों में बड़ी सहालग थी। इस पर कारोबार ठीक ठाक होने की उम्मीद थी। मगर कोरोना की ऐसी मार पड़ी कि कारोबार सीधा करना मुश्किल हो जाएगा। अब इस नुकसान की भरपाई साल भर में नहीं हो पाएगी। -रंजीत सिंह, असिस्टेंट मैनेजर

होली के बाद खरीदारी बढ़ने की उम्मीद थी। दहेज में देने के लिए लोग वाहनों की खरीदारी करते, जिसका कारोबारियों को इंतजार रहता है मगर कोरोना संक्रमण बढ़ने से इस साल कारोबार चौपट हो गया। कई ने शादी की तारीख आगे बढ़ा दी। कुछ शादियां हुईं तो सीमित खर्चे में निपटा ली गईं। -जितेंद्र, कारोबारी

इस बार ऑटोमोबाइल कारोबार को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई पूरे साल नहीं हो सकेगी। बाजार आगे कब तक बंद रहेगा, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। दूसरा कोरोना कर्फ्यू में काम धंधा बंद होने से आम लोगों की जेब खाली हो गई। बाजार खुल भी गया तो पहले लोग जरूरी चीजें खरीदेंगे। -ओमवीर सिंह, सर्विस मैनेजर

पिछले साल भी लाकडाउन की वजह से तगड़ा झटका लगा था। इस साल भी यही स्थिति हो गई है। जिसकी वजह से ऑटो पार्ट्स विक्रेता टूट चुके हैं। जिले में लगभग ऑटो पार्ट्स के तीन से चार हजार दो पहिया और चार पहिया के प्रतिष्ठान हैं। जिले में करोड़ों का नुकसान हुआ है। -चांद मियां, ऑटोमोबाइल कारोबारी

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