बरेली: युवक ने कबूला खुद ही ठोकी थी हाथ-पांव में कील
बरेली, अमृत विचार। अपने हाथ-पैर में धंसा कील को लेकर चर्चा में आया रंजीत का गुरुवार को पर्दाफाश हो गया। रंजीत अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों को हटाने के लिए खुद ही कील पटकथा लिखी। उसने एसएसपी के सामने कबूल किया कि अपने बचाने के लिए ही झूठी कहानी रचकर पुलिस को फंसाने की कोशिश की। …
बरेली, अमृत विचार। अपने हाथ-पैर में धंसा कील को लेकर चर्चा में आया रंजीत का गुरुवार को पर्दाफाश हो गया। रंजीत अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों को हटाने के लिए खुद ही कील पटकथा लिखी। उसने एसएसपी के सामने कबूल किया कि अपने बचाने के लिए ही झूठी कहानी रचकर पुलिस को फंसाने की कोशिश की।
मालूम हो कि जोगी नवादा का रहने वाला मुन्ना बाबू का बेटा रंजीत को एक दिन पहले बुधवार को बिना मास्क के घूमने पर पुलिस ने पकड़ लिया। रंजीत ने सिपाहियों के साथ अभद्रता और हाथापाई भी की। लेकिन इस सबके बावजूद अपने बचता नहीं देख चौकी थाना से फरार हो गया। इसके बाद उसने खुद ही अपने हाथ और पांव में कील ठोक ली, और एसएसपी से शिकायत करने पहुंच गया था।
रंजीत कबाड़ी का काम करता है। वह जमकर नशा भी करता है। गुरुवार को रंजीत ने पुलिस ऑफिस में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के सामने बताया कि वह चौकी से भागने के बाद जरी का कारखाना चलाने वाले मेहसर के घर पहुंचा और उनके कारखाने में रुक गया। वहां पर ही कीले और हथौड़ी रखी थी। इसके बाद उसने पहले अपने पांव और फिर अपने हाथ पर उसे से कीले ठोक ली। रंजीत ने बताया कि उसने किस तरह से अपने हाथ में कील ठोकी। उसने उलटे पांव के अंगूठे और अंगुली में कील फंसाकर अपने हाथ में ठोकी थी।
एसएसपी से बोला कील लाओ अभी ठोंकता हूं
पूरी घटना को बताने केबाद एसएसपी ने पूछा कि कील ठोंकते समय दर्द नहीं हुआ। जिस पर रंजीत ने जवाब दिया कि उसे बिल्कुल दर्द नहीं हुआ है। इसके बाद उसने कहा कि आप कील मंगवाओं मैं फिर से ठोंककर दिखाता हूं।
रंजीत ने पुलिस पर जो आरोप लगाए थे। वह सब झूठे पाए गए। जिस कारखाने में उसने कील ठोकी थी। उसका मालिक ने बताया कि यह कील उसके यहां काम में आती है। बाद में रंजीत ने बताया कि उसने खुद ही यह कृत किया था। -रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी
