Mother’s Day पर ऐसे करें मां से अपने प्यार का इजहार

तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, यह जो दुनिया है, वन है कांटो का, तू फुलवारी है, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ॥ दुखन लागी हैं माँ तेरी अँखियाँ, मेरे लिए जागी है तू सारी सारी रतिया । मेरी …
तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, प्यारी प्यारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ,
यह जो दुनिया है, वन है कांटो का, तू फुलवारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ॥
दुखन लागी हैं माँ तेरी अँखियाँ,
मेरे लिए जागी है तू सारी सारी रतिया ।
मेरी निदिया पे अपनी निदिया भी तूने वारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ…
… दुनियां का सबसे आसान काम है अपनी मां से कहना की आप उनसे कितना प्यार करते हैं, क्योंकि वह इस इजहार के पीछे आपकी हैसियत, वजह, समय, कीमती तोहफे कुछ नहीं देखेंगी, आपकी आंखों में उनके लिए प्यार और इज्जत देख कर ही उनका दिल पिघल जाएगा और उनके दिल की लाखों दुआएं आपको मुकम्मल इंसान बना देंगी, लेकिन मुश्किल यह है कि हम उन्हीं से इजहार करने में थोड़ा चूक जाते हैं। इस बार कोरोना काल में आपकी खैरियत से ज्यादा आपकी मां के लिए कुछ भी बेशकिमती नहीं होगा। इसलिए मदर्स डे पर आप अपनी मां को बिना हिचक के जरुर बता दें कि वह और उनका निच्छल प्यार आपके लिए कितना अनमोल है। हां अगर आपको अपनी मां से प्यार अभिव्यक्त करने के लिए अपनी भावनाओं को शब्दों में तब्दील करने में परेशानी आ रही हो तो इसका हल हमारे पास है। इस आर्टिकल में कुछ खास शुभकामना संदेश और मां पर उम्दा शायरों की शायरी आपके दिल के साथ आपकी मां का दिल भी धड़का देंगी।
मदर्स डे के शुभकामना संदेश
- दुनिया में मेरी सबसे प्यारी मां, हैप्पी मदर्स डे! उम्मीद है कि सभी दिन आप खुशहाल हों.
- उस महिला को हैप्पी मदर्स डे जो मेरे साथ इन वर्षों में खड़ी रहने के लिए पदक के योग्य है.
- हालांकि, हम एक दूसरे से मुलाकात करने में इस साल सक्षम नहीं हैं, लेकिन आपके प्यार और समर्थन का शुक्रिया.
- मैं कामना करता हूं कि ये खास दिन उतना शानदार और उत्तम हो जितना आप हैं!
- आपकी भूमिका का शुक्रिया अदा करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं. हैप्पी मदर्स डे!
- मां, आप मेरी जिंदगी की रोशनी हो. आपने मुझे खड़ा और निर्भर होना सिखाया.
- आप मेरी मार्गदर्शक हो और मैं आपसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं. हैप्पी मदर्स डे.
कुछ खास शायरों की ‘मां’ पर उम्दा शायरी
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
-मुनव्वर राना
एक मुद्दत से मिरी माँ नहीं सोई ‘ताबिश’
मैं ने इक बार कहा था मुझे डर लगता है
-अब्बास ताबिश
चुपके चुपके कर देती है जाने कब तुरपाई अम्मा…
घर में झीने रिश्ते मैंने लाखों बार उधड़ते देखे,
चुपके चुपके कर देती है जाने कब तुरपाई अम्मा
-आलोक श्रीवास्तव
चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
-मुनव्वर राना
दुआ को हात उठाते हुए लरज़ता हूँ
कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते हुए
-इफ़्तिख़ार आरिफ़