बरेली: निगरानी समितियों पर गांव में संक्रमण रोकने की जिम्मेदारी

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बरेली, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांवों में कोरोना को रोकने के लिए निगरानी समितियों की जिम्मेदारी बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए गांवों में कोरोना को रोकने के लिए हर दिन सैनेटाइजेशन के साथ साफ-सफाई करना जरूरी है। इसलिए ग्राम पंचायतों के कंधों पर बड़ा जिम्मा है। शहर के सटे गांव मुड़िया …

बरेली, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गांवों में कोरोना को रोकने के लिए निगरानी समितियों की जिम्मेदारी बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए गांवों में कोरोना को रोकने के लिए हर दिन सैनेटाइजेशन के साथ साफ-सफाई करना जरूरी है। इसलिए ग्राम पंचायतों के कंधों पर बड़ा जिम्मा है। शहर के सटे गांव मुड़िया अहमदनगर में पहुंचे मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार, आशा वर्कर सहित अन्य लोगों से कोरोना के खिलाफ जंग में पूरी सक्रियता दिखाने को कहा।

गांव के प्राइमरी स्कूल में एक कार्यक्रम में उन्होंने ग्राम प्रधान धर्मेंद कुमार से पूछा कि क्या आपको यह जानकारी है कि निगरानी समिति क्या होती है और उसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं? प्रधान ने इसकी जानकारी दी और कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए यह समिति सक्रिय है। गांव में सिर्फ एक कोरोना का मरीज करीब 10-12 पहले चिन्हित हुआ है। उसका भी इलाज हो गया है और वो भी वापस घर आ गया है।

सीएम ने कहा कि निगरानी समिति हर दिन यह रिपोर्ट तैयार करें कि उनके गांव में बाहर से कितने लोग आए हैं। उनकी थर्मल स्क्रीनिंग हो रही है या नहीं। उनकी जांच और कोरोना वैक्सीन लगाने की क्या स्थिति है, क्योंकि गांव स्तर पर प्रधान के नेतृत्व में गठित निगरानी समितियां ही कोरोना को रोकने के लिए कारगर साबित होती हैं। उन्होंने गांव में हर दिन साफ सफाई और सैनेटाइजेशन कराने के लिए भी कहा। इस मौके पर डीपीआरओ धर्मेंद्र कुमार के साथ आशा वर्कर, कोटेदार सहित निगरानी समिति के कई सदस्य मौजूद रहे।

मेडिकल उपकरणों का समुचित उपयोग को सुनिश्चित हो
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वेंटीलेटर तथा अन्य मेडिकल उपकरण कार्यशील रहें, इनका प्रयोग अवश्य किया जाए। उन्होंने कहा कि बरेली मंडल के सभी जिलों में मेडिकल उपकरणों की नियमित समीक्षा की जाए और उनके समुचित उपयोग को सुनिश्चित किया जाए। जिन अस्पतालों में मैनपावर की कमी है, उसके लिए शासन स्तर पर तत्काल पत्र व्यवहार कर उसे पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर कोरोना से निपटने के लिए उपलब्ध कराए जा रहे संसाधनों को जिला प्रशासन तत्परता से प्राप्त करने के प्रयास करे। उन्होंने कहा कि कार्यों के निष्पादन में जिला स्तर पर भी कमेटियों को गठन होना चाहिए।

वैक्सीन से कोई वंचित न रहे
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन से वंचित नहीं रहना चाहिए। वैक्सीन जीवन रक्षक के रूप में हमारे सामने आई है, वैक्सीन आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और लोगों के लिए उपयोगी रक्षा कवच बन सकती है। बैठक में उन्हों अवगत कराया गया कि बरेली मंडल में अब तक 1462506 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।

एम्बुलेंस का किराया निर्धारित किया जाए
मुख्यमंत्री ने बरेली मंडल के सभी जिलाधिकारियों से कहा कि एम्बुलेंस का किराया निर्धारित कर दिया जाए ताकि रोगियों के आवागमन की सुविधा में व्यवधान न आने पाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि श्माशान घाटों पर भी निगरानी रखी जाए और वहां पर यदि कोई समस्या आ रही है तो प्राथमिकता पर उसका निस्तारण किया जाए। साथ ही कोरोना के अलावा कैंसर और ह्रदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे रोगियों के लिए नान कोविड अस्पतालों में आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमें अपने हेल्थ इंफ्रास्टक्चर को वर्तमान क्षमता से लगभग दुगना करने के प्रयास करने हैं। जिलो का अपना प्रबंधन होना चाहिए और अभी से तैयारी करनी चाहिए कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए महिलाओं और बच्चों के लिए क्या तैयारी की जानी है।

टेस्ट और कांटेक्ट ट्रेसिंग की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट स्थित इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण करने के बाद कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक में कहा कि जितनी भी आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं, उनको निर्मूल साबित करते हुए हमें कोरोना पर विजय प्राप्त करनी है। साथ ही कोरोना के जिस तीसरे चरण की आशंका व्यक्त की जा रही है उसके लिए भी विशेष तैयारियां करनी हैं। उन्होंने कहा कि कांटेक्ट ट्रेसिंग तथा टेस्टिंग पर और अधिक जोर दिया जाए, प्रयास यह होना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति, उसके सम्पर्क आदि कोई भी टेस्टिंग से छूट न जाए ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि बरेली मंडल में भी टेस्ट और कांटेक्ट ट्रेसिंग की रफ्तार बढ़ाने की आवश्यकता है।

जनप्रतिनिधि बोले- हमारी कोई सुनता नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन प्रतिनिधियों से भी बात की। सभी जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी वक्त करते हुए कहा कि बरेली में उनकी सिफारिश पर कोई मरीज भर्ती नहीं हो रहा है। निजी अस्पताल मरीजों से मनमानी दाम वसूल रहे हैं। मेडिकल उपकरण चौगुने रेट पर बिक रहे हैं। दवाओं का अकाल है। प्रशासन की निजी अस्पताओं, सर्जिकल उपकरणों की दुकानों पर कोई नियंत्रण नहीं है।

गेट पर लगे अखिलेश के पोस्टर हटाते दिखे कर्मचारी
हवाई अड्डे के पास गांव मुड़िया अहमदनगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को लेकर पुलिस का कड़ा प्रहरा था। कुछ दिन पहले पंचायत चुनाव हुए हैं। इसलिए तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के साथ प्रत्याशियों के भी फोटो वाले पोस्टर दीवारों पर अभी चिपके हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुड़िया अहमदनगर के आने से पहले जिस सरकारी प्राइमरी स्कूल में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होना था, वहां गेट पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का फोटो वाला एक पोस्टर लगा था। यह देखकर कर्मचारी मुख्यमंत्री के आने से पहले इस पोस्टर को हटाने लगे।

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