यूपी में ऑक्सीजन की कमी से ना जाए कोई जान, सरकार ने किया ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का इंतजाम

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना की चेन को तोड़ने और मरीजों को ऑक्सीजन की तत्काल सुविधा मुहैया कराने के लिये अब हवाई जहाज का प्रयोग करने का बड़ा निर्णय लिया है। शनिवार को टीम 11 के साथ बैठक में जारी किये गये निर्देशों में यूपी में ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का फैसला लिया गया …

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना की चेन को तोड़ने और मरीजों को ऑक्सीजन की तत्काल सुविधा मुहैया कराने के लिये अब हवाई जहाज का प्रयोग करने का बड़ा निर्णय लिया है। शनिवार को टीम 11 के साथ बैठक में जारी किये गये निर्देशों में यूपी में ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एक हवाई जहाज़ से दो ख़ाली टैंकर बोकारो पहुंचाए जाएंगे और वहां से भरे हुए टैंकर ट्रैन से लखनऊ आएंगे।

योगी सरकार ने ऑक्सीजन की कमी को नियंत्रित करने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चला रही है। इसके माध्यम से बोकारो से लिक्विड ऑक्सीजन मंगवा रही है। पहली खेप लखनऊ पहुंच चुकी है वहीं दूसरी खेप लाने लिए एक्सप्रेस रवाना हो गई है। इस बीच यूपी के लिए अब ऑक्सीजन एयरलिफ्ट कर पहुंचाने की तैयारी कोरोना से संक्रमित मरीजों व घरों में आइसोलेट मरीजों को काफी राहत देगी। उनको ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार ने प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को कम करने व मरीजों को इलाज देने के लिेये पहले से ही कई कड़े कदम उठाए हैं जिसका असर दिखाई देने लगा है। मरीजों के अस्पतालों से सही होकर वापस लौटने वालों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई। यह अच्छा संकेत है इसी पर काम करते हुए योगी सरकार ने पश्चिमी यूपी के लिए हिंडन से ऑक्सीजन एयरलिफ्ट कराने की व्यवस्था के कड़े निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि सरकार का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति की जान बचाना है इसके लिये जो भी संभव प्रयास किये जा सकें उनको पूरी ईमानदारी के साथ किया जाए।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के साथ कोरोना की जंग को जीतने के लिये डीआरडीओ की ओर से की जा रही बड़ी पहल 30 अप्रैल तक जनता के सामने आ जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि लखनऊ और वाराणसी में डीआरडीओ की ओर से बनाये जा रहे दो कोविड अस्पताल 30 अप्रैल तक क्रियाशील हो जाएंगे। काफी हद तक इनका काम पूरा हो चुका है। इन अस्पतालों के बन जाने के बाद कोरोना मरीजों को तत्काल इलाज के साथ अनुभवी डॉक्टरों से इलाज भी मिलना शुरू हो जाएगा।

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