बरेली: 745 संक्रमित नहीं हो रहे ट्रेस, अधिकारी परेशान
बरेली, अमृत विचार। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग जरूरी है। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद 745 संक्रमितों को जिला प्रशासन ट्रेस नहीं कर पा रहा है। इन संक्रमितों ने बरेली के पते पर जांच करायी थी लेकिन संक्रमण की पुष्टि होने के बाद बरेली …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग जरूरी है। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद 745 संक्रमितों को जिला प्रशासन ट्रेस नहीं कर पा रहा है। इन संक्रमितों ने बरेली के पते पर जांच करायी थी लेकिन संक्रमण की पुष्टि होने के बाद बरेली से बगैर किसी को बताए अपने घर चले गए हैं। ऐसे में यह लोग अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं। इनकी वजह से अधिकारियों की टेंशन बढ़ गई है।
यह लोग कहां के रहने वाले थे, ऐसी पुष्ट जानकारी भी प्रशासन के पास नहीं है। सिर्फ इतना मालूम है कि ये संक्रमित पीलीभीत, बदायूं, शाहजहांपुर, रामपुर और उत्तराखंड के रुद्रपुर, सितारगंज समेत अन्य शहरों के रहने वाले हैं। सभी लोगों ने बरेली का लोकल पता लिखाकर अपनी कोविड जांच कराई थी। ये संक्रमित घूम रहे हैं या घरों में रह रहे हैं, इसकी पुख्ता जानकारी अधिकारियों के पास नहीं है। इस वजह से संक्रमितों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग नहीं हो पा रही है। न ही उन्हें ट्रेस किया जा सका।
कलेक्ट्रेट स्थित कोविड कंट्रोल रूम से इन संक्रमितों के मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया जाता है तो अधिकांश के नंबर बंद आते हैं। कुछ फोन रिसीव नहीं करते हैं। इधर, कोविड कंट्रोल रूम के सहायक प्रभारी ने बताया कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर फोकस किया जा रहा है। कंट्रोल रूम में तीन शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।
3340 पहुंच गई सक्रिय संक्रमितों की संख्या
जनपद में संक्रमण की रफ्तार देख हर कोई खौफ खा रहा है। शनिवार को निकले 838 संक्रमितों को मिलाकर जनपद में सक्रिय संक्रमितों की 3340 पहुंच गई है। इसमें 358 संक्रमित 300 बेड अस्पताल, तीनों मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में भर्ती हैं। इनमें कुछ मरीजों की हालत गभीर भी हैं। वे आईसीयू में भर्ती हैं। इसके अलावा 2237 संक्रमित होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं।
