बरेली: कर्मचारियों के विरोध से नहीं जमा हो सके परीक्षा फार्म
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय और बरेली कॉलेज के कर्मचारी रोज किसी न किसी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों के प्रदर्शन से दूर-दराज से आने वाले महाविद्यालयों के कर्मचारियों और छात्रों को परेशानी उठानी पड़ती है। विश्वविद्यालय में दो दिन से कर्मचारी पटल परिवर्तन को लेकर विरोध कर रहे हैं और …
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय और बरेली कॉलेज के कर्मचारी रोज किसी न किसी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों के प्रदर्शन से दूर-दराज से आने वाले महाविद्यालयों के कर्मचारियों और छात्रों को परेशानी उठानी पड़ती है। विश्वविद्यालय में दो दिन से कर्मचारी पटल परिवर्तन को लेकर विरोध कर रहे हैं और फार्म जमा कराने का काम बंद करा दे रहे हैं। बुधवार को विश्वविद्यालय में मुरादाबाद, शाहजहांपुर और संभल जिलों के कर्मचारी परीक्षा फार्म जमा करने आए लेकिन उन्हें घंटों परेशान होना पड़ा। दोपहर बाद कर्मचारियों ने काम करना शुरू किया तो फार्म जमा हो सके।
सहायक कुलसचिव परीक्षा ने कुलपति के आदेश पर मंगलवार को परीक्षा विभाग के 22 बाबुओं के पटल बदल दिए थे। उसके बाद कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया था और फार्म जमा करने का काम बंद करा दिया था। सहायक कुलसचिव परीक्षा का घेराव किया गया था लेकिन सहमति नहीं बन पायी थी।
शाम को कुछ सहमति बनी लेकिन बुधवार की सुबह फिर मामला बिगड़ गया। उसके बाद कर्मचारियों ने कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय, परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार और सहायक कुलसचिव परीक्षा का घेराव कर लिया। काफी देर के हंगामे के बाद कुलपति के आने के बाद पटल में बदलाव पर विचार का आश्वासन दिया गया। इसके बाद कर्मचारी काम पर वापस आए और फिर फार्म जमा किए गए। फार्म जमा न होने से कर्मचारी अपने-अपने परीक्षा फार्म के बंडल लेकर इधर-उधर भटकते रहे। कोई सीढ़ियों पर बैठा तो कोई अधिकारियों के पास चक्कर लगाता रहा।
एक कर्मचारी ने बताया कि वह अपने साथ ही पत्नी को भी इलाज के लिए लाया था लेकिन परीक्षा फार्म जमा न होने से परेशानी हुई। फार्म जमा न होने से परीक्षा विभाग की गैलरी में भीड़ लग गई। जब फार्म जमा होने लगे तो कर्मचारी एक-दूसरे से सटकर खड़े हो गए जिसकी वजह से कोरोना गाइडलाइन का भी पालन नहीं हो सका। विरोध करने वालों में कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष राज बहादुर, सचिव राम प्रीत, मनोज पांडेय व अन्य शामिल रहे।
दो दिन से लगातार कर रहे प्रदर्शन
बरेली कॉलेज के अस्थायी कर्मियों ने दूसरे दिन कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा और सचिव हरीश मौर्य के नेतृत्व में प्राचार्य कक्ष में जमकर हंगामा किया। प्राचार्य डा. अनुराग मोहन और चीफ प्रॉक्टर के कक्ष में पहुंचने के बाद कर्मचारियों ने तीन साल के ईपीएफ का लिखित में हिसाब मांगा। कर्मचारियों का कहना है कि प्राचार्य ने कोई जवाब नहीं दिया। आरोप लगाया कि जितेंद्र मिश्रा की जबरदस्ती बैरियर पर ड्यूटी लगाई जा रही है।
चीफ प्रॉक्टर वंदना शर्मा ने कहा कि तीन महीने के रोटेशन में ड्यूटी लगाई गई है। अब जो भी ड्यूटी पर नहीं आएगा उसकी अनुपस्थिति लगाई जाएगी। सचिव हरीश मौर्य ने कहा कि कर्मचारी पुलिस महानिरीक्षक से भी कॉलेज में गड़बड़ियों की शिकायत करेंगे। प्रदर्शन के दौरान जितेंद्र मिश्रा की तबीयत भी खराब हो गई। प्रदर्शन करने वालों में पूरन लाल, तेजपाल, कुलदीप, जयवीर, मुकेश, नीरज, बली अहमद, गंगा प्रसाद, टीकाराम, दिनेश, दीपक, लालाराम, संजीव पटेल, विकास यादव आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
