अयोध्या: नैक मूल्यांकन में अवध विवि को मिला बी-ग्रेड
अयोध्या, अमृत विचार। डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा बी ग्रेड प्रदान किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रविशंकर सिंह ने विश्वविद्यालय को नैक ग्रेडिंग प्राप्त होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह समग्र विश्वविद्यालय परिवार का सांगठनिक प्रयास है। सभी शिक्षक कर्मचारी शोधार्थी एवं …
अयोध्या, अमृत विचार। डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा बी ग्रेड प्रदान किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रविशंकर सिंह ने विश्वविद्यालय को नैक ग्रेडिंग प्राप्त होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह समग्र विश्वविद्यालय परिवार का सांगठनिक प्रयास है। सभी शिक्षक कर्मचारी शोधार्थी एवं विद्यार्थी इस उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं।
नैक से ग्रेडिंग के बाद विश्वविद्यालय की पहचान वैश्विक स्तर पर होगी। नैक की ग्रेडिंग नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में आवश्यक है। उच्च गुणवत्ता के मूल्यांकन से विश्वविद्यालय में देश विदेश से अध्ययन एवं अनुसंधान के लिये विद्यार्थियों का जमावडा होगा।
ग्रेडिंग से विश्वविद्यालय परिसर में मानव संसाधन विकास केंद्र एचआरडीसी की स्थापना शीघ्र हो जाएगी। एचआरडीसी की स्थापना से शिक्षकों को भी अध्ययन अध्यापन के परिमार्जन एवं परिवर्धन का अवसर प्राप्त होगा।
प्रो0 फारूख जमाल ने बताया कि नैक द्वारा वर्ष 2017 में संशोधित प्रत्यायन नियमों को अति उच्चीकृत कर दिया गया था। इन उच्च मानकों पर सफलतापूर्वक खरा उतर कर विश्वविद्यालय ने यह लक्ष्य प्राप्त किया है। प्रो0 फारूख जमाल ने नैक मूल्यांकन के लिये पहली बार विश्वविद्यालय द्वारा 03 अक्टूबर 2019 को शैक्षणिक गुणवत्ता मूल्यांकन के लिये संस्थागत सूचना, नैक को प्रेषित किया गया।
नैक द्वारा इसका अनुमोदन 15 अक्टूबर 2019 को किया गया। तदोपरान्त सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एस0एस0आर0) 27 नवंबर 2019 को विश्वविद्यालय द्वारा प्रेषित की गयी जिसका अनुमोदन 23 जनवरी 2020 को नैक द्वारा किया गया। भौतिक सत्यापन एवं मूल्यांकन के लिये नैक टीम का आगमन अप्रैल 2020 में होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस कार्यक्र्रम को कई बार स्थगित करना पडा।
इसी वर्ष 2021 के मार्च माह के प्रथम सप्ताह में सत्यापन एवं मूल्यांकन के लिये नैक टीम का आगमन हुआ। टीम द्वारा 4 मार्च से 6 मार्च तक विश्वविद्यालय के प्रशासनिक एवं शैक्षणिक संसाधनों की गुणवत्ता की सघन जांच भौतिक रूप से निर्धारित मानकों पर की गयी। इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने हर्ष व्यक्त किया।
