बरेली: आवास विकास कॉलोनी में महीनों से खड़ी कार में लगी आग
अमृत विचार, बरेली। आवास विकास कॉलोनी, सिविल लाइंस में बुधवार सुबह आवास विकास के बंद पड़े दफ्तर के बाहर खड़ी कार में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग की लपटें उठने से कालोनी वाले परेशान हो गए। सबसे पहले लोगों ने बाल्टी से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। उसके बाद मोटर से …
अमृत विचार, बरेली। आवास विकास कॉलोनी, सिविल लाइंस में बुधवार सुबह आवास विकास के बंद पड़े दफ्तर के बाहर खड़ी कार में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग की लपटें उठने से कालोनी वाले परेशान हो गए। सबसे पहले लोगों ने बाल्टी से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। उसके बाद मोटर से पानी चलाकर आग पर काबू पाया।
फायर ब्रिग्रेड को सूचना दी गई लेकिन सही लोकेशन न मिलने की वजह से दमकल की गाड़ी नहीं पहुंच सकी। आग या तो खाली प्लाट में पड़े कूड़े में लगाई आग से लगी या किसी खुराफाती ने कार में आग लगाई इसका पता नहीं चल सका है। आवास विकास कॉलोनी में पहले आवास विकास का दफ्तर था। यह दफ्तर काफी दिनों से बंद पड़ा है। दफ्तर के बाहर विभाग की दो सरकारी कारें खड़ी हैं जो कबाड़ बन गई हैं। दफ्तर को शिफ्ट कर दिया गया लेकिन इन्हें नहीं हटाया गया।
दफ्तर के बगल में खाली प्लॉट पड़ा है। इसके अलावा दफ्तर के दूसरी तरफ एक बंद फ्लैट है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि कूड़े को खाली प्लॉट में डाल दिया जाता है। रात में किसी ने कूड़े में आग लगाई होगी। पतझड़ की वजह से कार के ऊपर और नीचे भी पत्ते पड़े हुए थे। आग सुलगते-सुलगते कार के नीचे तक पहुंच गई और फिर अंदर भी लग गई।
आग लगने से कार में तेज लपटें उठने लगीं। जब पड़ोस में रहने वाले लोगों ने देखा तो परेशान हो गए। सबसे पहले खुद ही बाल्टियों से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग विकराल रूप ले चुकी थी। फायर ब्रिग्रेड को सूचना दी। उसके बाद लोगों ने पीछे एक फ्लैट से लंबा पाइप डालकर आग पर करीब आधा घंटे में काबू पाया।
सूचना पर चौकी चौराहा से पुलिस पहुंची लेकिन तब तक आग बुझ चुकी थी। फायर ब्रिग्रेड की गाड़ी आवास विकास कॉलोनी के बाहर तक पहुंच गई लेकिन लोकेशन सही न मिलने से मौके पर नहीं पहुंच सकी। मौके पर पुलिसकर्मियों के साथ एक फायरकर्मी पहुंचे तो उन्होंने बताया कि पहले उन्हें आईजी ऑफिस के पास की लोकेशन दी गई और फिर पूर्व विधायक के घर के पास की।
गनीमत रही कि आग फ्लैट में नहीं लगी
कार में लगी आग को तो बुझा लिया गया लेकिन आग यदि आवास विकास के बंद पड़े दफ्तर में लगती तो बड़ा हादसा हो सकता था क्योंकि फ्लैट में आग विकराल रूप से ले सकती थी। गनीमत रही कि आग सुबह के वक्त लगी। यदि रात में लगती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
घरों के बाहर खड़ी कारें लोगों के लिए खतरा
शहर के अधिकांश घरों के बाहर गलियों में ही कारें खड़ी रहती हैं। कई कारें तो महीनों तक एक ही जगह खड़ी रहती हैं। ऐसी कारों के नीचे कूड़ा भी इकट्ठा हो जाता है। घरों के बाहर लगी कार में कोई खुराफाती भी आग लगा सकता है। ऐसे में बड़ा हादसा भी हो सकता है। आवास विकास में खड़ी कार बंद दफ्तर के बाहर खड़ी थी यदि यह किसी घर में होती तो भी बड़ी घटना हो सकती थी। घरों के बाहर खड़ी कारें पहले चोरी भी हो चुकी हैं।
