रेल रोको प्रदर्शन बिना किसी अप्रिय घटना के समाप्त, परिचालन पर न्यूनतम असर- रेलवे
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परिवाहक रेलवे के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा किए गए ‘रेल रोको प्रदर्शन’ का उसकी सेवाओं पर असर नगण्य या न्यूनतम रहा। प्रवक्ता ने बताया कि अधिकतर जोनल रेलवे ने सूचित किया है कि उनके क्षेत्र में प्रदर्शन की घटना नहीं हुई। …
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परिवाहक रेलवे के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा किए गए ‘रेल रोको प्रदर्शन’ का उसकी सेवाओं पर असर नगण्य या न्यूनतम रहा। प्रवक्ता ने बताया कि अधिकतर जोनल रेलवे ने सूचित किया है कि उनके क्षेत्र में प्रदर्शन की घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा, ”रेल रोको प्रदर्शन बिना किसी अप्रिय घटना के समाप्त हो गया। पूरे देश में रेलगाड़ियों के परिचालन पर इसका नगण्य या न्यूनतम असर रहा। सभी जोन में रेलगाड़ियों की आवाजाही सामान्य रही।”
प्रवक्ता ने बताया, ”अधिकतर जोन में प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलगाड़ियों को रोकने की एक भी घटना दर्ज नहीं की गई। कुछ रेलवे जोन में कुछ रेलगाड़ियों को रोका गया लेकिन अब ट्रेनों का परिचालन सामान्य है एवं वे बिना बाधा चल रही हैं। रेल रोको प्रदर्शन के दौरान सभी संबंधित पक्षों द्वारा अधिकतम संयम बरता गया।” इससे पहले प्रदर्शन के चलते रेलवे ने करीब 25 रेलगाड़ियों को पुन: व्यवस्थित किया था।
उत्तर रेलवे जोन में 25 ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन किया गया
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के चलते उत्तर रेलवे जोन में बृहस्पतिवार को लगभग 25 ट्रेनों के परिचालन में परिवर्तन किया गया। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा, ”अब तक लगभग 25 ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया है। आंदोलन के चलते रेल सेवाओं पर न्यूनतम असर हुआ है।” संयुक्त किसान मोर्चा ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक देशभर में ट्रेनों को रोका जाएगा।
रेलवे ने देशभर में खासकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में रेलवे पुलिस सुरक्षा बल की 20 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की हैं। हालांकि, किसानों के ‘रेल रोको’ आह्वान के प्रभाव का पूरा ब्योरा रेलवे ने अभी उपलब्ध नहीं कराया है, लेकिन एक अधिकारी ने कहा कि इसका प्रभाव अंबाला में देखा जा सकता है जहां बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। अधिकारी ने कहा कि बताया जा रहा है कि दिल्ली के पास रेलवे स्टेशनों पर भी प्रदर्शनकारी पटरियों पर जुटे। वे गाजीपुर बॉर्डर के नजदीक मोदीनगर रेलवे स्टेशन के पास भी एकत्र हुए।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भी ‘रेल रोको’ का कुछ असर दिखा जहां किसान गीता जयंती एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए जो उस समय खड़ी हुई थी। इससे ट्रेनों के परिचालन में विलंब हुआ। किसानों ने हरियाणा के चरखी दादरी रेलवे स्टेशन पर भी पटरियों को अवरुद्ध कर दिया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों, पुलिसकर्मियों तथा रेलकर्मियों को जलेबी और चाय तथा खाने-पीने की अन्य चीजें वितरित कीं।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-लुधियाना-अमृतसर रेल मार्ग पर पंजाब में कई स्थानों पर प्रदर्शनकारी पटरियों पर बैठ गए। किसानों ने जालंधर में जालंधर छावनी-जम्मू रेल मार्ग तथा मोहाली जिले में रेल पटरी को अवरुद्ध कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और रेलवे पुलिस तथा राज्य पुलिस के कर्मियों की तैनाती की गई है।
उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल ने ट्रेनों को स्टेशनों पर रोकने का निर्णय किया जिससे कि ‘रेल रोको’ आंदोलन के दौरान यात्रियों को ज्यादा असुविधा का सामना न करना पड़े।
