मुरादाबाद: प्रिंटिंग प्रेस कारोबारी ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, आर्थिक तंगी बनी वजह
मुरादाबाद, अमृत विचार। लाकडाउन में हुए नुकसान ने न उबर पाने पर प्रिटिंग प्रेस कारोबारी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सोमवार की रात प्रेस से न आने पर परिजन जब मंगलवार को मौके पर पहुंचे तो उसका शव लटकते देख चीख निकल गई। पुलिस को सूचना देने के बाद परिजनों ने किसी तरह दरवाजा …
मुरादाबाद, अमृत विचार। लाकडाउन में हुए नुकसान ने न उबर पाने पर प्रिटिंग प्रेस कारोबारी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सोमवार की रात प्रेस से न आने पर परिजन जब मंगलवार को मौके पर पहुंचे तो उसका शव लटकते देख चीख निकल गई। पुलिस को सूचना देने के बाद परिजनों ने किसी तरह दरवाजा तोड़कर शव नीचे उतारा। मौके पर पहुंची मझोला पुलिस शव पोस्टमार्टम को भेजने लगी तो परिजनों ने इंकार कर दिया। जिस पर पुलिस ने पंचनामा भर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
घटना मझोला थाना क्षेत्र के टीपीनगर की है। मूलत: पाकबड़ा थाने के ग्राम बकेनिया निवासी शाहिद अजमल ने टीपीनगर में प्रिंटिग प्रेस लगा रखी थी। उसके दो छोटे भाई शाहिद राजा और शाहिद अजमल हैं। सोमवार को शाहिद घर से प्रिटिंग प्रेस आया था। दिन भर यहां पर काम किया लेकिन शाम को वह घर नहीं पहुंचा। देर रात तक जब शाहिद घर नहीं आया तो परिजनों ने उसके मोबाइल पर संपर्क ककरने की कोशिश की लेकिन फोन बंद था। जिस पर मंगलवार को परिजन प्रेस पहुंचे।
काफी देर तक आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो क्षेत्रीय लोगों की मद्द से छत पर जाकर देखा तो परिजनों की चीख निकल गई। शाहिद का शव फांसी पर झूल रहा था। पुलिस को सूचना देने के बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़कर शव नीचे उतारा। मौके पर पहुंची पुलिस को पूछताछ में परिजनों ने बताया कि लाकडाउन में काम ठप होने के कारण शाहिद को भारी नुकसान हो गया था।
नुकसान की भरपाई करने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुआ। कारोबार को दुबारा खड़ा करने के चक्कर में उसने रिश्तेदारों से काफी कर्ज भी ले लिया था, जिस कारण वह तनाव में था। पुलिस ने जब शव पोस्टमार्टम को भेजने की बात कही तो परिजनों ने इंकार कर दिया। वहीं शाहिद की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
