बरेली: तंबाकू उत्पादों की रोकथाम को सामाजिक मुहिम चलानी होगी
अमृत विचार, बरेली। विश्व कैंसर दिवस (4 फरवरी) से पहले ‘कैसे बनाएं तंबाकू मुक्त भारत’ विषय पर आई कैन केयर संस्था ने बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में गुजरात यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर का ऑनलाइन वेबिनार सफलतार्पूक आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य देश में बढ़ते तंबाकू उत्पादों के प्रयोग और उससे होने वाली …
अमृत विचार, बरेली। विश्व कैंसर दिवस (4 फरवरी) से पहले ‘कैसे बनाएं तंबाकू मुक्त भारत’ विषय पर आई कैन केयर संस्था ने बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में गुजरात यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर का ऑनलाइन वेबिनार सफलतार्पूक आयोजित किया गया।
इसका उद्देश्य देश में बढ़ते तंबाकू उत्पादों के प्रयोग और उससे होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में युवा चिकित्सकों ने प्रतिज्ञा ली कि हां मैं कर सकता हूं, तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में समाज को जागरूक।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डा. केशव कुमार अग्रवाल ने कैंसर की रोकथाम में युवा और उभरते हुए चिकित्सकों की भूमिका को प्रमुख रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को तंबाकू और उससे संबंधित उत्पादों के पूर्ण निषेध के लिए सामाजिक मुहिम चलानी चाहिए।
विशिष्ट अतिथि आईडीएस बरेली कालेज के प्राचार्य डा. सत्यजीत नायक ने नवयुवकों में तंबाकू के बढ़ते चलन पर चिंता जताई और दंत चिकित्सकों की तंबाकू जनित रोगों के रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने डेंटल कॉलेज में चल रहे तंबाकू नशा मुक्ति केंद्र के बारे में भी बताया और कहा कि जो भी तंबाकू के आदी हैं उन्हें यहां आकर इस लत को छोड़ने में विशेषज्ञों की सहायता उपलब्ध है।
वेबिनार में आमंत्रित कैंसर सर्जन डा. अर्जुन अग्रवाल ने इस कैंसर जैसी बीमारी की शुरुआती दौर में जांच पर जोर दिया और उसका महत्व भी बताया। उन्होंने कहा कि बीमारी को गंभीर रूप लेने से पहले ही पहचान कर उसका उपचार करवाने से न केवल सफलता की दर बढ़ती है बल्कि इलाज का खर्च भी घटता है।
डेंटल कालेज पेरिओडान्टिक्स डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डा. मंजूनाथ ने बताया कि तंबाकू की लत एक दानव है जिसका संहार करना आज के समय की प्राथमिकता है। पब्लिक हेल्थ दंत चिकित्सा के विभाग प्रमुख डा. शिवलिंगे ने डेंटल कालेज के नशा मुक्ति केंद्र के बारे में विस्तार से बताते हुए उसकी कार्यप्रणाली को समझाया।
कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता यूआईसीसी जेनेवा के अध्यक्ष और कैंसर के इलाज में विश्व प्रसिद्ध डा. अनिल डी क्रूज ने बताया कि तंबाकू जनित बीमारियां किस प्रकार जीवन को प्रभावित करती हैं और इनकी रोकथाम आवश्यक है। तंबाकू सेवन एक ऐसी आपदा है जिसे टाला जा सकता है।
आईकैन केयर संस्था के निदेशक डा. पवन गुप्ता ने कार्यक्रम को सफलता से संपन्न कराया और बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर भविष्य में पारस्परिक सहयोग से तंबाकू निषेध की दिशा में कार्य करने का आश्वासन दिया।
