बरेली: गन्ने के खेत में मिला तेंदुए के बच्चे का शव

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फतेहगंज पूर्वी/बरेली, अमृत विचार। फतेहगंज पूर्वी के लखनपुर गांव में गन्ने के खेत में तेंदुए के बच्चे का शव मिलने से उसका परिवार होने की आशंकाओं ने भी जोर पकड़ लिया है। तेंदुए की मौजूदगी को लेकर आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन विभाग तेंदुए की मौत को किसी वाहन से एक्सीडेंट …

फतेहगंज पूर्वी/बरेली, अमृत विचार। फतेहगंज पूर्वी के लखनपुर गांव में गन्ने के खेत में तेंदुए के बच्चे का शव मिलने से उसका परिवार होने की आशंकाओं ने भी जोर पकड़ लिया है। तेंदुए की मौजूदगी को लेकर आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन विभाग तेंदुए की मौत को किसी वाहन से एक्सीडेंट होने की बात कह रहा है। मगर, उधर गांव में चर्चा है कि शिकारियों ने इसे मारा है। गांव वालों की माने तो शिकारी फतेहगंज पूर्वी में आए दिन लोमड़ियों का शिकार करते रहते हैं। तेंदुए के बच्चे के शव का आईवीआरआई में पोस्टमार्टम हो चुका है। रिपोर्ट आने के बाद उसकी मौत का कारण पता लगेगा।

शुक्रवार सुबह जब गांव के लोग खेतों में काम करने के लिए गए तो उन्होंने देखा कि गांव के रतिराम के गन्ने के खेत में एक तेंदुए का बच्चा मरा पड़ा है। सूचना पर रतिराम के खेत में भीड़ जुट गई। तेंदुए के बच्चे का शव देखने के लिए गांव के लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने वन विभाग को सूचित किया। इसके बाद फरीदपुर के रेंजर मुकेश कांडपाल मौके पर पहुंचे। देखा तो तेंदुए के शरीर पर कई चोटों के निशान थे।

इससे उन्होंने उम्मीद जताई की उसका किसी बड़े वाहन से टकराने की वजह से उसकी मौत हो गई है। इसके बाद तेंदुए के बच्चे के शव को उन्होंने आईवीआरआई में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डीएफओ भरत लाल ने बताया कि उसका पोस्टमार्टम किया जा चुका है। आज उसकी रिपोर्ट मिल सकती है। इसके बाद उसकी मौत की असली वजह सामने आएगी। उधर बच्चे का शव मिलने से गांव में भी दहशत का माहौल बन गया है। उम्मीद है कि जब इस बच्चे का शव यहां मिला है इसका मतलब गांव के जंगलों में अभी भी तेंदुए का परिवार घूम रहा है। गांव वाले खेतों की तरफ जाने में भी डरने लगे है।

गांव वालों का कहना, शिकारियों ने की है हत्या
तेंदुए की बच्चे की मौत पर गांव वालों का कहना है कि इसकी मौत किसी हादसे से नहीं बल्कि शिकारियों की है। गांव के जंगलों में आए दिन शिकारी लोमड़ी का शिकार करते हैं। उनके इसी जाल में इस बार लोमड़ी नहीं तेंदुआ फंस गया। इसके बाद उन्होंने इसे पीट-पीटकर मार दिया। और गन्ने के खेत में फेंक गए। हालांकि, उनकी इस बात की पुष्टि विभाग के अधिकारी नहीं कर रहे हैं। उनका है कि इसकी मौत वाहन से टकराने की वजह से हुई है। टकराने के बाद वह लड़खड़ाते हुए इस गन्ने के खेत में आ कर गिर गया। दोबारा न उठ पाने की वजह से इसकी मौत हुई है।

तेंदुओं की संख्या बहुत अधिक हो चुकी है। इसकी वजह से वह आए दिन इधर-उधर घूमते रहते हैं। किसी वाहन से टकराने की वजह से इसकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि होगी। -डीएफओ, भरतलाल

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