Kanpur: बोर्ड ने इमाम को भेजे तकरीर के टिप्स, एआईएमपीएलबी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पैगाम जारी कर कहा ये...

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Published By Deepak Shukla
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जमीर सिद्दीकी, कानपुर। वक्फ संशोधन कानून के विरोध में कैसे मुसलमानों को समझाना है, इस आशय के कुछ टिप्स ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने देश भर की मस्जिदों के पेशइमाम को भेजा है, ताकि जुमा की नमाज के पूर्व मस्जिदों में इमाम अपनी तकरीर में लोगों को वक्फ के बारे में समझा सकें।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी की ओर से जारी इस पैगाम में कहा गया है कि इस वक्त हमारे मुल्क की फिरकापरस्त हुकूमत मुसलमानों को तकलीफ पहुंचा रही है। मुसलमानों की पहचान पर हमले हो रहे हैं। उनको दबाने की कोशिशें हो रही हैं। यह इस हुकूमत की पालिसी में शामिल है। ये सूरत-ए-हाल वैसे तो एक हद तक 2014 से पहले भी थी, लेकिन 2014 से इसकी रफ्तार बहुत तेज हो गई है। 

मदरसे, खानकाहें, मस्जिदों में ट्रस्ट बनाएं 

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने अपने बयान में कहा है कि वक्फ कानून को देखते हुए जरूरी है कि मदरसों, मस्जिदों, इदारों, यतीमखानों, कब्रिस्तान की कमेटियों का ट्रस्ट बनाया जाए। ट्रस्ट की शकल में ही इन संपत्तियों की ज्यादा हिफाजत होगी। 

वक्फ की चोरी कर गुनाहों में शामिल न हों

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा है कि जो मुसलमान वक्फ की चोरी के गुनाह में शामिल हैं, वह खुद इससे तौबा करें। नाजायज पैसों से खुद और अपनी औलाद को बचाएं। पैगंबर मोहम्मद साहब का फरमान है कि जो शख्स किसी की मुट्ठी भर जमीन पर नाजायज कब्जा करेगा तो कयामत के दिन उस जमीन के टुकड़े को गले में लटकाया जाएगा।

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