Moradabad : मंडी समिति में आढ़तियों के समर्थन में धरने पर बैठे नगर विधायक रितेश गुप्ता, कहा- व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होने देंगे
बुलडोजर अपराधियों व माफिया पर चलाने के लिए है, दुकानदारों व आढ़तियों पर नहीं, प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत के बाद आढ़तियों को बसाने के बाद ही कार्रवाई की सहमति के बाद धरने से उठे विधायक
मुरादाबाद, अमृत विचार। पिछले दिनों मंडी समिति परिसर में जिला व मंडी प्रशासन की ओर से आढ़तियों द्वारा कराए अवैध निर्माण को जेसीबी से ध्वस्त कराने के बाद नगर विधायक ने आढ़तियों के बीच पहुंचकर उनका उत्पीड़न न होने देने का आश्वासन दिया था। वहीं, बुधवार को मामले में अचानक नया मोड़ आ गया। भाजपा के नगर विधायक अपनी ही सरकार में अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर मंडी समिति में आढ़तियों के साथ धरने पर बैठ गए।
उन्होंने कहा कि कई दशक से मंडी में दुकानें चला रहे आढ़तियों में कुछ सैनी समाज के लोग भाजपा कार्यकर्ता भी हैं। वह आढ़तियों व भाजपा कार्यकर्ताओं का बेवजह उत्पीड़न नहीं सहेंगे। बुलडोजर अपराधियों व माफिया पर चलाने के लिए है, दुकानदारों व आढ़तियों पर चलाने के लिए नहीं। मौके पर पहुंची सिटी मजिस्ट्रेट व मंडी समिति के अन्य अधिकारियों से वार्ता के बाद पहले दुकानदारों को बसाने और फिर कोई कार्रवाई करने की सहमति के बाद विधायक ने धरना समाप्त कर दिया।
बुधवार को नगर विधायक रितेश गुप्ता, भाजपा महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला व आढ़तियों के साथ मंडी समिति में धरने पर बैठ गए। सभी ने मंडी समिति प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। आढ़तियों व भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। नगर विधायक के धरने पर बैठने की जानकारी पर जिला प्रशासन के अधिकारी भी सक्रिय हो गए। आनन फानन में मंडी की सभापति सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव मंडी की अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचीं और नगर विधायक से वार्ता की।
विधायक ने कहा कि मंडी समिति व प्रशासन के अधिकारी कई दशक से मंडी में दुकान चला रहे आढ़तियों व भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न न करें। मंडी में 258 दुकानें हैं जो जर्जर हो चुकी हैं। इनकी मरम्मत कराने की जरूरत है। कई आढ़तियों ने जर्जर दुकानों की मरम्मत कराई तो मंडी प्रशासन ने अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चलवा दिया था। उन्होंने कहा कि कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की दुकानों को जान बूझकर निशाना बनाना ठीक नहीं है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। पहले आढ़तियों को बसाने की व्यवस्था होनी चाहिए।
मनमानी तरीके से किसी के खिलाफ कार्रवाई न हो। नगर विधायक व सिटी मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद नगर विधायक ने कहा कि मंडी प्रशासन पहले आढ़तियों को बसाने की व्यवस्था करे फिर अधिकारी कोई कदम बढ़ाएं। इससे पहले यदि कोई उत्पीड़न की कार्रवाई हुई तो वह उसका शासन तक विरोध करेंगे। वार्ता के बाद बनी सहमति पर विधायक द्वारा धरना समाप्त करने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
जर्जर दुकानों की मरम्मत व नई दुकानों के निर्माण और आढ़तियों को बसाने की बात नगर विधायक ने की है। जबकि हमने उन्हें बताया कि पहले ही जर्जर दुकानों की मरम्मत व नई दुकानों के निर्माण प्रस्ताव शासन को भेजा है। नगर विधायक से भी अनुरोध किया है वह शासन में इस संबंध में बात कर लें, जिससे इसे जल्द स्वीकृति मिल जाए। किसी का उत्पीड़न करने का सवाल ही नहीं है।-किंशुक श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट
मंडी समिति में बहुत से आढ़ती 3-4 दशक से कारोबार कर रहे हैं। इसमें कुछ भाजपा के कार्यकर्ता भी हैं। मंडी में 258 दुकानों में से अधिकांश जर्जर हो चुकी हैं। इनके मरम्मत की जरूरत है। इसे देखते हुए कुछ आढ़तियों ने दुकानों की मरम्मत कराई तो मंडी व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उसे अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चलवाकर उसे ध्वस्त करा दिया।पहले जर्जर दुकानों की मरम्मत के साथ आढ़तियों को बसाने की व्यवस्था हो, फिर आगे कोई कदम अधिकारी बढ़ाएं। किसी का उत्पीड़न नहीं होने देंगे।-रितेश गुप्ता, नगर विधायक
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