लखीमपुर खीरी: शारदा नहर की झाल में नहा रहे दो किशोर समेत छह युवक डूबे, एक की मौत
लखीमपुर खीरी/पसगवां, अमृत विचार: शारदा नहर की झाल में सोमवार दोपहर नहाने गए चार युवक और दो किशोर गहरे पानी में चले गए, जिससे सभी डूबने लगे। इससे वहां हड़कंप मच गया। सूचना पर मौके पर पहुंचे एसओ रविंद्र सोनकर ने सिपाहियों के साथ नहर में छलांग लगा दी और पांच लोगों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी एक युवक की जान नहीं बच सकी और उसकी डूबकर मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही मृतक के परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गांव खरगापुर निवासी धर्मेंद्र कुमार (18) पुत्र रामकिशुन राठौर, गांव के ही अपने साथी वीरू (18) पुत्र श्यामधर पासी, सरोज (14) पुत्र विनोद तेली, रवि (18) पुत्र नन्हू पासी, सचिन (16) पुत्र राजू रैदास और अगम मिश्रा (18) पुत्र गुड्डे मिश्रा के साथ ई-रिक्शा पर सवार होकर पसगवां के निकट शारदा नहर में नहाने गए थे। होली से पहले ही शारदा नहर का पानी बंद था, जिसके कारण सभी किशनपुर अजीत पुल के पास झाल में जमा पानी में नहाने लगे।
झाल वाले स्थान पर गहराई का अंदाजा नहीं लग सका। धर्मेंद्र नहाते समय पैर फिसलने के कारण ज्यादा गहराई में पहुंच गया और डूबने लगा। अन्य साथियों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वे भी गहराई में जाने लगे। इसी दौरान एक साथी जैसे-तैसे निकलकर घरवालों को सूचित करने भागा। नहर में कई लोगों के डूबने की सूचना मिलते ही एसएचओ पसगवां रविंद्र सोनकर अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। तमाम ग्रामीण भी मौके पर जमा हो गए।
एसओ ने तेजी दिखाते हुए बिना समय गंवाए नहर में छलांग लगा दी। उनके पीछे सिपाही शाहरुख, ग्राम चौकीदार शिव सिंह और कुछ अन्य ग्रामीण गोताखोर भी झाल में कूद पड़े। कड़ी मशक्कत के बाद गहरे पानी में डूबे धर्मेंद्र को निकालकर बाहर लाया गया और सीएचसी पसगवां पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद अन्य साथी सहमे हुए हैं और ज्यादा कुछ नहीं बता पा रहे। वहीं, धर्मेंद्र की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
गांव में भी मातम का माहौल है। धर्मेंद्र दो भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटा था। बहनों की शादी हो चुकी है। शुक्र यह रहा कि नहर में पानी बंद होने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। आसपास के ग्रामीणों के मुताबिक, पहले भी नहर में पानी न होने के कारण कई लोग झाल में नहाते समय गहराई का अंदाजा न लग पाने के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। अगर नहर भरी होती, तो शायद किसी को भी बचाना नामुमकिन होता।
छह लोगों के शारदा नहर में नहाने के दौरान डूबने की सूचना मिली थी। जब तक मौके पर पहुंचकर राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया, तब तक धर्मेंद्र की मौत हो चुकी थी। उसके अन्य साथियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है- रविंद्र सोनकर, थानाध्यक्ष पसगवां।
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