Kanpur: सॉल्वर की फोटो समाचार पत्रों में देख पुलिस की उड़े होश, शुरू की छानबीन, ये सच आया सामने...
कानपुर, अमृत विचार। दो वर्ष पहले एसएससी एमटीएस परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने आए सॉल्वर को चकेरी पुलिस के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ है। वर्ष 2022 में परीक्षा के दौरान पकड़े जाने के बाद आरोपी सॉल्वर को मुचलके पर छोड़ दिया गया था। लेकिन उसके दस दिन बाद जब आरोपी रावतपुर में दूसरी बार परीक्षा देने के दौरान पकड़ा गया तो चकेरी पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने जांच कर आरोपी की तलाश की और दबोच लिया।
15 जुलाई 2022 को अहिरवां स्थित एक परीक्षा केन्द्र में एसएससी एमटीएस की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी सत्यम प्रजापति के स्थान पर परीक्षा देने आए सॉल्वर गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर के असावर गांव निवासी अभिषेक राय उर्फ मुकेश को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़ा गया था। पुलिस ने सार्वजिनक परीक्षा अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी अभिषेक से पूछताछ की थी। जिसमें उसने खुद के सत्यम होने का दावा कर फर्जी दस्तावेज और आईडी दिखाई थी। जिस पर पुलिस ने मुचलका भरकर आरोपी को छोड़ दिया था। बताया गया कि उस घटना के करीब दस से पंद्रह दिन बाद आरोपी रावतपुर थाना क्षेत्र में एक परीक्षा देते दूसरी बाद पकड़ा गया था। जिसमें में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को मुचलके पर छोड़ दिया गया था।
आरोपी की जब फोटो समाचार पत्रों में छपी तो चकेरी पुलिस के फोटो देख होश उड़ गये। उसके बाद पुलिस ने अपनी जांच को शुरू किया। फिर आरोपी के द्वारा सत्यम नाम से दिए गई आईडी और दस्तावेजों की जांच की गई तो वह फर्जी निकले। इसके बाद सर्विलांस की मदद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी रही। फिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा। इस संबंध में इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपी अभिषेक राय काफी शातिर है। वह लोगों से परीक्षा में पास कराने का ठेका लेकर खुद परीक्षा देने जाता था। वहीं मामले में असली अभ्यर्थी सत्यम प्रजापति के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
