हल्द्वानीः इंदिरानगर में पानी को तरसे, जल संस्थान में प्रदर्शन
हल्द्वानी, अमृत विचार: इंदिरानगर क्षेत्र में पेयजल समस्या को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश भड़क गया। पार्षद शकील अहमद सलमानी के नेतृत्व में लोग जल संस्थान कार्यालय पहुंचे। यहां जमकर धरना-प्रदर्शन किया और नियमित समय पर पानी देने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से इंदिरानगर, दुर्गा मंदिर, साबरी मस्जिद, नूरी मस्जिद आदि इलाकों में पानी की समस्या बनी हुई है जबकि अभी ठीक तरह से गर्मी का मौसम भी नहीं आया है तब पानी के यह हाल हैं। पार्षद सलमानी ने कहा कि कई बार जल संस्थान के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, इसके बाद भी जल संस्थान के अधिकारी व कर्मचारी सुनने को राजी नहीं हैं। कहा कि जल्द ही रमजान का महीना भी शुरू होने वाला है।
ऐसे में रमजान के समय लोग और भी ज्यादा परेशान होंगे। अधिशासी अभियंता को लिखित शिकायत देकर कहा कि अगर पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कार्यालय में धरना दिया जाएगा। राजकीय इंटर कॉलेज बनभूलपुरा की अभिभावक समिति की अध्यक्ष कमर जहां ने कहा कि पानी की समस्या होने से स्कूल में मिड डे मील बनाना भी मुश्किल हो रहा है। पानी की कमी की वजह से स्कूल में बच्चों को भोजन देने की योजना पर भी असर पड़ रहा है। लोगों ने कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की और जलसंस्थान के खिलाफ नारे लगाए। इस दौरान नगमा, शबाना, सबीना, हनीफा मुक्तरी बेगम, वकील अहमद, शब्बीर अहमद अल्वी, अनस सलमानी, मसरूर अहमद, अंबर अली आदि लोग रहे।
ऐसे तो मई तक सूखने के कगार पर पहुंचेगी गौला
हल्द्वानी। गौला नदी में गर्मी शुरू होने से पहले ही जलस्तर कम होता जा रहा है। मानसून के समय गौला नदी में कई बार खतरे के निशान से ऊपर पानी बहा था। मानसून की बारिश भी सामान्य से ज्यादा हुई थी लेकिन सर्दियों के मौसम में बारिश कम होने की वजह से गौला नदी में जलस्तर कम हो रहा है। गुरुवार को बैराज में जलस्तर करीब 97 क्यूसेक तक ही रह गया था। गौला नदी का जलस्तर प्रतिदिन कम हो रहा है। करीब 35 एमएलडी पानी को शीशमहल फिल्टर प्लांट के लिए दिया जाता है। रोजाना बैराज में एक से डेढ़ क्यूसेक पानी कम हो रहा है। अगर बारिश नहीं हुई और यही हाल रहे तो मई आने तक गौला नदी सूखने के कगार पहुंच जाएगी। दिक्कत यह है कि गर्मियों के मौसम में नदी का जलस्तर और भी तेजी के साथ नीचे आता है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मनोज तिवारी ने कहा कि इस बार सर्दियों के मौसम में कम बारिश होने की वजह से ऐसा हुआ है। गर्मियों में समस्या और भी बढ़ने का अनुमान है।
