पर्यटक वन विश्राम गृह और सफारी की कर सकेंगे ऑनलाइन बुकिंग, ये है कॉर्बेट की वेबसाइट
अंकुर शर्मा, हल्द्वानी।
अमृत विचार। जंगलात ने नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद ली जाएगी। इसके लिए वेबसाइट तैयार की गई है। पर्यटक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की तर्ज पर इस वेबसाइट की मदद से नंधौर अभ्यारण्य के पर्यटन जोन में जंगल सफारी व वन विश्राम गृहों के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकेंगे।
हल्द्वानी वन डिवीजन के अंतर्गत नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य का निर्माण वर्ष 2012 में हुआ था। नंधौर अभ्यारण्य के जंगल नैनीताल, ऊधम सिंह नगर और चम्पावत से नेपाल बॉर्डर के जंगलों तक फैले हुए हैं। इन जंगलों में बाघ, तेंदुए, भालू, हिरण, चीतल, लंगूर समेत वन्यजीवों की दर्जनों प्रजातियां पाई जाती हैं। वहीं, इन जंगलों में 150 वर्ष पुराने 54 फीट चौड़ा सेमल का वृक्ष और 260 फिट ऊंचा साल के महावृक्ष वगैरह वस्पतियां पाई जाती हैं । जैव विविधता से समृद्ध अभ्यारण्य में नंधौर और सूखी नदियां बहती हैं जबकि किनारों पर गौला व शारदा नदियां बहती हैं। इधर, वन विभाग ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की तर्ज पर नंधौर अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से वेबसाइट nandhaurwildlife.uk.gov.in तैयार की है।
इस वेबसाइट में पर्यटक को नंधौर अभ्यारण्य की जैव विविधता की विस्तृत जानकारी मिलेगी। पर्यटक वन विश्राम गृह, सफारी बुकिंग भी कर सकेंगे हालांकि अभी सफारी बुकिंग का विकल्प शुरू नहीं किया गया है। आगामी पर्यटन सीजन तक शुरू हो जाएगा। इसके अलावा इस वेबसाइट को सोशल मीडिया पर प्रमोट करने के साथ ही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की वेबसाइट से भी लिंक किया जा रहा है ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। पर्यटन बढ़ने से अभ्यारण्य से सटे गांवों के ग्रामीणों को प्रत्यक्ष तौर पर रोजागार मिलेगा।
वेबसाइट की यह हैं खूबियां
1.वेबसाइट जीओवी.इन पर बनाई गई है, इसलिए साइबर अपराधी फर्जी वेबसाइट नहीं बनाए पाएंगे। पर्यटकों से ठगी नहीं हो पाएगी
2.वन, वन्यजीव एवं पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करने के लिए बर्ड वॉचिंग ट्रेल, जंगल सफारी की अलग से विस्तृत जानकारी दी गई है।
3.जिम कॉर्बेट के फैन नंधौर अभ्यारण्य से उनका चोरगलिया वन विश्राम गृह में स्टे, थाक नरभक्षी का शिकार जैसे रोचक किस्से भी पढ़ सकते हैं
4.पर्यटकों को नंधौर अभ्यारण्य भ्रमण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को लेकर गाइडलाइन भी है।
तीन पर्यटन जोनों में जिप्सी पंजीयन के लिए बढ़ाई तिथि
हल्द्वानी: वन विभाग के मुताबिक नंधौर अभ्यारण्य में चोरगलिया, ककराली और सूर्यादेवी डोलपोखरा पर्यटन जोन हैं। प्रत्येक जोन से 15-15 जिप्सियां संचालित होंगी। इन जिप्सी पंजीयन के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन पर्याप्त संख्या में नहीं मिलने पर इसकी अंतिम तिथि आठ मार्च तक बढ़ा दी गई है। इसके अलावा पंजीयन में वाहनों को लेकर रियायत दी गई है। जिप्सी के मानकों को पूरा करने वाले 4x4 कोई भी वाहन सफारी के लिए पंजीकृत कराया जा सकता है।
नंधौर में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से नंधौर अभ्यारण्य की वेबसाइट बनाई गई है। इस वेबसाइट को सोशल मीडिया के साथ ही कॉर्बेट की साइट से लिंक कर प्रमोशन किया जा रहा है। इसके जरिए पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग कर सकेंगे। वेबसाइट का फर्जीवाड़ा नहीं हो इसलिए जीओवी.इन पर बनाई गई है। यहां पर्यटन बढ़ने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। = कुंदन कुमार, डीएफओ हल्द्वानी वन डिवीजन
