पीलीभीत: किराए पर गोदाम दिया और 32 लाख के भूसे में लगा दी आग, फिर जालसाजी कर मुआवजा भी हड़पा

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
On

पूरनपुर, अमृत विचार। किराए पर गोदाम देने के बाद उसमें भरे भूसे में गोदाम मालिक ने अपने अन्य साथियों संग मिलकर आग लगा दी। इसके बाद बातों में फंसाकर भूसा खुद का होने की बात कहकर उस वक्त भूसा रखने वालों को चुप करा दिया और मुआवजा की रकम भी हड़प ली गई। 900 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से करीब 32 लाख का भूसा गोदाम में रखा गया था। पीड़ित की ओर से पूरनपुर पुलिस ने मामले में चार आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

कस्बा गजरौलाकलां निवासी इकबाल शाह समेत चार लोगों ने पूरनपुर कोतवाली में दी गई संयुक्त तहरीर में बताया कि कोतवाली पूरनपुर क्षेत्र के सत्संगी सीड प्लांट खांडेपुर को भूसा भरने के लिए किराए पर 11 माह के लिए 22500 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से दो अप्रैल 2022 को लिया गया था। इसके संबंध में स्टांप लिखा गया था। जिसमें पीड़ित ने टिनशेड के लिए दस हजार रुपये 20 अप्रैल 2022 को नकद दिए और 1.12 लाख रुपये दो अप्रैल 2022 को बतौर बयाना दे दिया गया। 89500 रुपये पांच अप्रैल 2022 को दिये। इस तरह से करीब 211500 रुपये दे दिए गए। बाकी 36 हजार रुपये जून 2022 में देना तय हुआ था। इसकी वीडियोग्राफी भी की गई थी, जोकि उनके पास है। 25 अप्रैल 2022 को भूसा गोदाम में भर दिया गया और गोदाम ताला लगाकर बंद कर दिया। इसके बाद वह अपने घर चले गए। तीन दिन बाद 28 अप्रैल 2022 को रात के तीन बजे गोदाम मालिक मंजीत सिंह पुत्र देवेंद्र सिंह ने कॉल कर जानकारी दी कि गोदाम में आग लग गई है। जबकि रात्रि डेढ़ बजे आग लगी थी।

सूचना पाते ही वह अपने साथियों संग पहुंच गए और पुलिस और फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया था। हालांकि तब तक सारा भूसा जल चुका था। मंजीत सिंह, उसका पुत्र नवजोत सिंह, उसके भाई कुलवंत सिंह उर्फ कुलदीप सिंह कीपा, दलजीत सिंह से जब इसके बारे में पूछा गया तो आंधी की वजह से आग लगना बता दिया गया। जब ये कहा गया कि बंद गोदाम में आंधी से आग कैसे लग गई तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। गोदाम के पीछे की तरफ एक लंबी सीड़ी पड़ी हुई थी। जिससे आग लगाए जाने की आशंका हुई। सवाल जवाब करने पर आरोपी गाली गलौज करने लगे। ये कहा कि नुकसान की भरपाई वह कर देंगे लेकिन अधिकारी आदि जब जांच करने आए तो यह मत कहना कि भूसा उनका था। पीड़ित व अन्य साथियों को लेबर बताने की बात कही गई थी। कहा था कि आरोपी ये कह देंगे कि भूसा उन्होंने भरा था और फिर कर्ज माफ करा लेंगे और पीड़ित को नुकसान की भरपाई कर देंगे। अगर ऐसा नहीं किया तो मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा देंगे। इसके बाद पीड़ित को नुकसान का पैसा नहीं दिया गया जबकि मुआवजे की रकम ली जा चुकी है। कई बार रुये मांगे तो धमकी दे दी गई। पीड़ित का कहना है कि आरोपियों ने धमकी दी कि उन्होंने तो कईयों की जमीनों पर कब्जा कर रखा है जब वह जमीन नहीं छ़ुड़ा सके तो तुम क्या कर लोगे। पीड़ित ने करीब 32 लाख रुपये के भूसा जलाने और फिर मुआवजा हड़पने का आरोप लगाया है। कोतवाली पूरनपुर पुलिस ने मामले में मंजीत सिंह समेत चारों आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

ये भी पढ़ें - पीलीभीत: मेडिकल स्टोर संचालिका पर हमला, बचाने आए पति को पीटा, दुकान में की गई तोड़फोड़...FIR

संबंधित समाचार