शाहजहांपुर: गोशाला खाली, खेतों में फसलों को चट कर रहे छुट्टा पशु
निगोही/शाहजहांपुर, अमृत विचार: संडाखास में बनी गोशाला इन दिनों खाली है जबकि गोवंशीय खेतों में फसलों को चट कर रहे हैं। आरोप है कि पांच दिन पहले सचिव ने ताला खोल कर पशुओं को गोशाला से भगा दिया था। ग्रामीणों ने ब्लॉक अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
संडा खास गांव में एक माह पहले लगभग चार बीघा क्षेत्रफल में गोशाला का निर्माण कराया गया था। इसमें गोवंशीय पशुओं को रखने के लिए दो स्थानों पर टीनशेड डाली, सीमेंट की चन्नी बनवाई और पानी के लिए एक हैंडपंप लगवाया गया। पास में हौदिया बनवा दी गई, ताकि उसमें पशु पानी पी सकें। इसमें 30 गायों के रहने की व्यवस्था के साथ ही उनकी देख रेख के लिए वैकल्पिक तौर पर एक गोपालक को रखा गया था और चारा-पानी की भी व्यवस्था की गई थी।
गोशाला निर्माण के बाद किसानों को लगा कि अब इन छुट्टा पशुओं से फसलों का नुकसान बच जाएगा और कुछ दिन के लिए हुआ भी यही। गांव के आसपास घूम रहे छुट्टा पशुओं को पकड़कर इसी गोशाला में रखा गया था लेकिन इस गोशाला में क्षमता से अधिक गोवंशीय पहुंचा दिए गए। आरोप है कि इस दौरान यदि कोई ग्रामीण छुट्टा पशुओं को लेकर गोशाला पहुंचा तो गोपालक ने ग्रामीण से एक पशु की देखरेख के पांच सौ रुपये मांगने शुरू कर दिए।
इस पर ग्रामीणों ने ब्लॉक अधिकारियों से शिकायत की, जिस पर करीब पांच दिन पहले ग्राम पंचायत सचिव गांव पहुंचे। निरीक्षण करने के बाद वहां रखे गए पशुओं को बाहर कर दिया। जब गांव के लोगों ने इस का विरोध किया और खेतों में फसल के नुकसान की बात कहीं, तब भी ग्रामीणों की एक नहीं सुनी गई।
ग्रामीणों ने बताया कि क्षमता मात्र 30 गोवंशीय को रखने की है, ज्यादा होने से देखरेख और चारे की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव ने बिना किसी कारण के गोशाला का ताला खोलकर पशुओं को भगा दिया, जिससे गोशाला खाली हो गई है। घटना की निंदा कर सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
गोशाला में 30 पशुओं को रखने की क्षमता है, जल्द ही 100 पशुओं को रखने की व्यवस्था वाली गोशाला होने जा रही है, फोन पर सचिव को कह दिया है कि जितनी क्षमता है, उतने पशुओं को गोशाला में लाकर रखा जाए- पुनीत पाठक, बीडीओ।
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