IND vs ENG : जोस बटलर ने 'कनकशन सब' पर तंज कसा, बोले-शिवम दुबे तेज गेंदबाज बन गए या हर्षित राणा की बल्लेबाजी सुधरी

IND vs ENG : जोस बटलर ने 'कनकशन सब' पर तंज कसा, बोले-शिवम दुबे तेज गेंदबाज बन गए या हर्षित राणा की बल्लेबाजी सुधरी

पुणे। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने शुक्रवार को यहां खेले गए चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरानम ध्यम गति से गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर शिवम दुबे के 'कनकशन सब' (किसी खिलाड़ी के सिर में गेंद लगने पर उसकी जगह लेने वाला स्थानापन्न खिलाड़ी) के रूप में विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हर्षित राणा को लेने के भारत के फैसले पर खुलकर नाराजगी जताई। भारत ने यह मैच 15 रन से जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली। भारतीय पारी के अंतिम ओवर में जेमी ओवरटन की पांचवी गेंद दुबे के हेलमेट पर लगी, जिसके कारण कनकशन प्रोटोकॉल का पालन किया गया। 

दुबे ने 34 गेंद पर 53 रन बनाए। उन्होंने हालांकि आखिरी गेंद का सामना किया, लेकिन जब भारत 181 रन का बचाव करने के लिए उतरा तो राणा उनकी जगह फील्डिंग करने उतरे। ‘कनकशन सब’ के नियम के अनुसार जिस खिलाड़ी के सिर पर गेंद लगी हो उसकी जगह समान योग्यता रखने वाले खिलाड़ी को स्थानापन्न के रूप में उतारा जाता है। राणा विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हैं और उन्होंने 33 रन देकर तीन विकेट लिए। भारतीय टीम प्रबंधन (विशेष रूप से मुख्य कोच गौतम गंभीर) के इस फैसले से इंग्लैंड की टीम खुश नहीं थी। 

बटलर ने दावा किया कि उनकी टीम से सलाह नहीं ली गई और वे मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से यह स्पष्ट करने के लिए कहेंगे कि चोट लगने की स्थिति में समान योग्यता वाले खिलाड़ी को उतारने का वास्तव में क्या मतलब है। बटलर ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा,‘‘मुझे नहीं लगता कि समान योग्यता वाले खिलाड़ी को उतारा गया। हम इससे सहमत नहीं हैं। मुझे लगता है कि या तो शिवम दुबे ने अपनी गेंदबाजी में 25 मील प्रति घंटा की अतिरिक्त रफ्तार जोड़ दी है या हर्षित ने वास्तव में अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है।’’ जहां तक ​​एक ऑलराउंडर के रूप में राणा की साख की बात है, प्रथम श्रेणी स्तर पर उनके नाम एक शतक और दो अर्द्धशतक हैं और उनका औसत 34 है। 

बटलर ने हालांकि स्वीकार किया कि ‘कनकशन सब’ के रूप में राणा के रहते हुए भी इंग्लैंड को मैच जीतना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अब भी लगता है कि हमें मैच जीतना चाहिए था, लेकिन हां, हम फैसले से असहमत हैं। हमसे इस बारे में कोई परामर्श नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मैच रेफरी ने निर्णय लिया था। इसलिए इसमें हमारी किसी भी तरह की राय शामिल नहीं है। हम इसके बारे में कुछ स्पष्टता पाने के लिए जवागल (श्रीनाथ) से कुछ सवाल करेंगे।’’ भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने कहा कि उन्होंने मैच रेफरी श्रीनाथ को केवल एक नाम दिया था। मोर्कल ने कहा, ‘‘हमने केवल मैच रेफरी को एक नाम दिया था। उसके बाद हमारे हाथ में कुछ नहीं था। हर्षित उस समय भोजन कर रहा था और उसे तुरंत ही मैदान पर उतरना पड़ा। मुझे लगता है कि उसने अच्छा प्रदर्शन किया।

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