AI तकनीक पैथोलॉजी में करेगी बड़ा बदलाव, KGMU में मनाया गया 113वां स्थापना दिवस
लखनऊ, अमृत विचार: आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक आने वाले समय में पैथोलॉजी में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। छिपी हुई बीमारियों का भी समय से पता चल जाएगा। यह कहना है एसजीपीजीआई के पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज जैन का। वे किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में पैथोलॉजी विभाग के 113वें स्थापना दिवस पर शुक्रवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में जानकारी साझा कर रहे थे।
प्रो. मनोज जैन ने कहा एआई की बदौलत पैथोलॉजी विभाग में बड़ा बदलाव आने वाला है। मौजूदा समय की जा रही सैंपल की जांच से लेकर रिपोर्ट आने के समय में काफी कमी आएगी। इससे मरीज के इलाज की दिशा जल्द तय की जा सकेगी। आने वाले समय में यह भी मुमकिन होगा की सैंपल आने पर डॉक्टर की ओर से जिन बीमारियों की आशंका जताई जाएगी, उसके साथ अन्य छिपी बीमारी भी इस तकनीक से सामने आ जाएंगी। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद मौजूद रहीं।
लेड मैन नाम से प्रसिद्ध व फाउंडेशन फॉर क्वालिटी इंडिया के निदेशक प्रोफेसर वेंकटेश थुप्पिल ने बताया कि मानव शरीर पर लेड (विषाक्त धातु) का बेहद गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। इसके चलते किडनी फेलियर और कैंसर जैसे घातक रोग भी तेजी से फैल रहे है। विभाग की प्रोफेसर शिवांजलि रघुवंशी ने बताया की कुल 20 रेजिडेंट डॉक्टरों का सम्मान किया गया। इसके अलावा तीन रिटायर होने वाले कर्मचारी भी सम्मानित किए गए। विभाग के एलुमनाई डॉ.पीके गुप्ता ने 51000 फंड में डोनेशन दिया।
स्वस्थ जीवन में पैथोलॉजी का विशेष महत्व
पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. यूएस सिंह ने एक साल में पैथोलॉजी के विस्तार की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा किसी भी इंसान के स्वस्थ जीवन में पैथोलॉजी का विशेष महत्व होता है। इसकी शुरुआत गर्भावस्था से ही शुरू होती है। इलाज की दिशा पैथोलॉजी से ही तय होती है। बताया पहले जांच में किताबों का सहारा लेना पड़ता था। जिसमें काफी समय लग जाता था। इससे गंभीर मरीजों के इलाज में देरी होती थी। अब आधुनिक मशीनों से जांचे आसान हुई हैं। इससे आसानी से और बहुत ही कम समय में बीमारी का पता लग जाता है। चिकित्सक उसी हिसाब से मरीज को एंटीबायोटिक देते हैं। मरीज भी जल्द स्वस्थ होता है। साथ ही आधुनिक जांचों की बदौलत ही विकृत बच्चे जन्म नहीं लेते हैं। उनका गर्भ में ही इलाज संभव हो जाता है।
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