लखीमपुर खीरी : काफिला रोकने को कलक्ट्रेट गेट पर ताला देख भड़की पल्लवी पटेल, पुलिस अफसरों को फटकारा

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Published By Pradeep Kumar
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सीओ, इंस्पेक्टर समेत पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई को लेकर दिया अल्टीमेटम

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। थाना मझगईं के गांव हुलसी पुरवा निवासी रामचंद्र की पुलिस हिरासत में मौत के मामले ने राजनीतिक रूप से तूल पकड़ गया है। शुक्रवार को अपना दल कमेरावादी की नेता और सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल हुलासी पुरवा पहुंचीं और मृतक के परिजनों को ढाढस बंधाने के साथ जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।

इधर, जब उनका काफिला कलक्ट्रेट गेट पर पहुंचा तो यहां बंद गेट और मौजूद पुलिस बल को देख वह भड़क गईं। मौके पर मौजूद सीओ सिटी को जमकर फटकार लगाई। तब जाकर गेट खोला गया, लेकिन उनकी दो गाड़ियों को छोड़कर काफिले को बाहर ही रोक दिया गया। उन्होंने एसपी से मुलाकात की और डीएम दफ्तर पर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम संजय सिंह को सौंपा। इस दौरान पुलिस अफसरों की जमकर फटकार लगाई और आरोपी सीओ, इंस्पेक्टर समेत पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया। कहा कि एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदर्शन करने वह खुद आएंगी। सबसे पहले विधायक डॉ. पल्लवी शुक्रवार की दोपहर गांव हुलासी पुरवा पहुंची। उन्होंने मृतक रामचंद्र मौर्य के परिजनों एवं ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने परिजनों को ढाढस बंधाने के साथ ही सीओ निघासन को जमकर फटकारा। गांव से चलते समय उन्होंने जिला मुख्यालय पर पहुंचकर डीएम दफ्तर के सामने धरने देने की घोषणा कर दी। जिला प्रशासन को जब इस बात की जानकारी हुई तो प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। शाम करीब चार बजे ही कलेक्ट्रेट के दोनों मुख्य गेटों पर ताला जड़ दिया गया। उधर, जब विधायक पल्लवी अपने लाव-लश्कर के साथ कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंची तो ताला देख भड़क गईं। उन्होंने मौके पर मौजूद सीओ सिटी को कड़ी फटकार लगाई। विधायक के तेवर देखकर अफसरों के होश उड़ गए। आनन-फानन में गेट खुलवाया गया, लेकिन सीओ सिटी रमेश कुमार तिवारी ने उनके काफिले में शामिल गाड़ियों को अंदर जाने से रोक दिया। इस पर विधायक फिर भड़क गईं। उन्होंने सीओ सिटी से कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष समेत दो गाड़ियां अंदर जाएंगी। अगर दोनों गाड़ियों को प्रवेश नहीं दिया गया तो वह यहीं उतर जाएंगी। इसके बाद दोनों गाड़ियों को गेट से अंदर प्रवेश मिल सका। विधायक डॉ. पल्लवी पटेल एसपी संकल्प शर्मा से मिलीं और पीड़ित परिवार को धमकाने वाले पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग रखी। एसपी ने जांच के लिए एक हफ्ते का समय मांगा। इसके बाद वह डीएम दफ्तर पहुंची। डीएम कार्यालय पर उन्होंने पीड़ित परिवार से एक राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिलवाया।  उसके बाद वह लखनऊ वापस लौट गई।

यह है पूरा मामला
थाना मझगई के गांव हुलासी पुरवा निवासी रामचंद्र के खिलाफ 12 दिन पहले थाना निघासन पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। शनिवार को गैंगस्टर रामचंद्र अपने साथियों के जलौनी लकड़ी लेने जंगल गया था। तभी मझगई पुलिस के साथ पहुंची पुलिस उसे पकड़कर थाना मझगईं ले आई थी। रात करीब दस बजे उसकी पुलिस हिरासत में हालत बिगड़ गई। पुलिस उसे मझगई सीएचसी ले गई थी, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। परिवार वालों और ग्रामीणों ने पुलिस पर पीट कर हत्या करने का आरोप लगाकर हंगामा किया था। अगले दिन पोस्टमार्टम से शव लाए जाने पर परिजनों के साथ ग्रामीणों ने जाम लगाने की कोशिश की थी, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस दौरान सीओ धौरहरा पीपी सिंह और थाना प्रभारी मझगईं के कई वीडियो धमकाते हुए वायरल हुए थे। सीओ का एक वीडियो पीड़ित परिवार को धमकाते हुए वायरल हुआ था, जिस पर सपा मुखिया अखिलेश यादव भी एक्स पर टिप्पणी कर चुके हैं। साथ ही राजनीतिक दलों ने इसे मुद्दा बनाते हुए सीओ, इंस्पेक्टर सहित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग तेज कर दी है।

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