Amroha : महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही 'दीदी की दुकान', प्रत्येक माह 10 से 40 हजार रुपये तक कमा रही महिलाएं
कार्यक्रम में बोलते जुबिलेंट के निदेशक जनसपर्क सुनील दीक्षित।
गजरौला, अमृत विचार। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में जुबिलेंट भरतिया फाउंडेशन एवं उसकी सहयोगी संस्था बी एबल काफी मददगार साबित हो रही है। दीदी की दुकान के जरिए महिलाएं प्रत्येक माह 10 से 40 हजार रुपये तक कमा रही हैं। ऐसी महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए जुबिलेंट भरतिया फाउंडेशन लगातार काम रही है।
बुधवार को भानपुर फाटक के पास स्थित जुबिलेंट भरतिया फाउंडेशन के ग्रामीण समृद्धि केंद्र में दीदी की दुकान का प्रशिक्षण एवं प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां जुबिलेंट इंग्रेविया लिमिटेड में लेखा प्रमुख विनय शुक्ला ने महिलाओं को ई-बैंकिंग और ई-खातों के संबंध में बताया। जुबिलेंट में निदेशक जनसपर्क सुनील दीक्षित ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। साथ ही कहा कि महिलाओं को आत्मर्निभर बनाने के लिए जुबिलेंट प्रतिबद्ध है और दीदी की दुकान भी उसी की एक कड़ी है।
अमरोहा में महिलाएं ‘दीदी की दुकान’ के माध्यम से प्रतिमाह ₹10 से ₹40 हजार तक कमा रही हैं। इन महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए जुबिलेंट भरतिया फाउंडेशन काम कर रही है। #MissionShaktiUP pic.twitter.com/nstktUEg0a
— MissionShakti (@missionshaktiup) January 9, 2025
उन्होंने बताया कि गजरौला ब्लाक में 55 दीदी की दुकानें संचालित हैं। इनसे जुड़कर महिलाएं अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हैं। जेबीएफ के मेडिकल हेड डॉ. सुजिंदर फोगाट ने जुबिलेंट द्वारा तैयार कराए प्रोटीन उत्पाद के संबंध में बताया। कहा कि हमारे देश में 87 फीसदी लोगों में प्रोटीन की कमी है। ऐसे में जुबिलेंट का यह प्रोडक्ट काफी कम कीमत पर दीदी की दुकानों पर उपलब्ध है।
कार्यक्रम में एक लाख से अधिक की मासिक सेल करने वाली महिलाओं को पुरस्कृत किया गया। बी-एबल फाउंडेशन के हेड साजिद पाशा ने संस्था की कार्यप्रणाली के संबंध में बताया। इस मौके पर जेबीएफ के सीएसआर कार्यक्रम अधिकारी विशाल गौरव, चंदन प्रसाद, बूंदी सिंह, मोहित चौधरी, नासिर, अनुज, पुष्पा देवी आदि भी मौजूद रहे।
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