नगर निगम 20,000 भवनों से हर साल वसूलेगा 25 करोड़, जानें कौन सी कॉलोनी हैं शामिल
लखनऊ, अमृत विचार: लखनऊ विकास प्राधिकरण की गोमती नगर विस्तार और जानकीपुरम विस्तार कॉलोनी से नगर निगम को इस महीने से गृहकर मिलने लगेगा। जनकल्याण महासमिति के साथ गृहकर को लेकर नगर निगम का विवाद समाप्त हो गया है। दिसंबर 2020 से इन कालोनियों से हाउस टैक्स लिया जाएगा। दोनों विकसित कालोनियों में नगर निगम सफाई, मार्ग प्रकाश, पेयजल और सड़क आदि सुविधाएं देगा। कालोनियों में लगभग 20,000 आवासीय एवं व्यावसायिक भवन हैं। इनसे प्रति वर्ष लगभग 25 करोड़ रुपये गृहकर मिलेगा।
इन योजनाओं में नगर निगम लगा रहा शिविर
नगर निगम जोन-3 के जानकीपुरम विस्तार और जोन-4 के गोमती नगर विस्तार योजना में शिविर लगा रहा है। इनमें मौके पर गृहकर निर्धारण किया जा रहा है। भवन स्वामियों ने टैक्स भी जमा करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा नगर निगम भवनों का सर्वे करके कर निर्धारण करेगा। जिससे अधिक से अधिक भवन स्वामी गृहकर जमा कर सकें।
15 हजार भवनों से मिलेगा हाउस टैक्स
आवास विकास की वृंदावन योजना और अवध विहार योजना से भी नगर निगम को हाउस टैक्स मिलेगा। इन दोनों योजनाओं में फ्लैट सहित कुल 15,000 भवन हैं। जोन-8 में वृंदावन योजना अभी पूरी तरह नगर निगम को हैंडओवर नहीं हुई है। कालोनी विकसित है इसलिए नगर निगम अपने अधिनियम के आधार पर हाउस टैक्स वसूल सकता है। इन कालोनियों में भी गृहकर निर्धारण और वसूली शिविर लगाए जा रहे हैं।
गोमती नगर विस्तार और जानकीपुरम विस्तार कालोनी से नगर निगम को प्रतिवर्ष लगभग 25 करोड़ रुपये गृहकर मिलेगा। नगर निगम यहां दिसंबर 2020 से गृहकर लेगा। आवास विकास की वृंदावन और अवध विहार योजना में भी भवनों व फ्लैट का गृहकर निर्धारण के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं।
अशोक कुमार सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, लखनऊ नगर निगम
यह भी पढ़ेः खतरनाक बना 23 किमी लंबा शहीद पथ, एक वर्ष में 46 दुर्घटनाएं,18 की मौत