शाहजहांपुर: ठंड का प्रकोप...मैडम एक कंबल में कैसे जाएगी सर्दी
शाहजहांपुर, अमृत विचार। भीषण ठंड को लेकर राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों को एक कंबल दिया जा रहा है। भर्ती मरीज के तीमारदार वार्ड में स्टाफ नर्स से कह रही है कि मैडम क्या एक कंबल से मरीज की ठंड दूर हो जाएगी। कुछ मरीजों ने आरोप लगाया है कि उनको गंदा कंबल दिया गया। ठंड से बचाव के लिए मरीज अपने घरों से रजाई मंगाकर ओढ़ रहे है। ठंड के कारण मरीजों का वार्ड में बुरा हाल है।
राजकीय मेडिकल कालेज 330 बेड का अस्पताल है। यहां पर कई वार्ड है। प्रत्येक वार्ड में मरीज भर्ती है। जब मरीज ट्रामा सेंटर से रेफर होकर वार्ड में आता है तो स्टाफ नर्स इस भीषण ठंड में बचाव के लिए मात्र एक कंबल देती है। अब सवाल उठ रहा है कि इस भीषण ठंड में एक कंबल से मरीज की ठंड कैसे दूर होगी। इस लिए मरीज अपने घर फोन करके रजाई मंगवाता है। मरीज के तीमारदारों ने कहा कि मैडम एक कंबल से मरीज ठंड का कैसे बचाव करेगा। स्टाफ नर्स कहती है कि एक ही कंबल मिलेगा। आखिर में मरीज के तीमारदार एक ही कंबल लेकर बेड पर आ जाती है। कुछ मरीज के तीमारदारों ने आरोप लगाया कि उनको गंदा कंबल दे दिया है। कुछ मरीजों ने कंबल को चादर के नीचे बिछा रखा है और कुछ ने बेड के पैर साइड की तरफ रख रखा है। अधिकांश मरीजों ने अपने घरों से अपने रजाई मंगाकर ओढ़ रखी है। कुछ मरीजों ने बताया कि एक कंबल दे रही थी और कंबल नहीं लिया। मरीजों के तीमारदारों का कहना है कि इससे अच्छा है कि एक कंबल न दे।
बरामदे में खुली हवा से मरीज परेशान
मेडिकल कालेज के दो मंजिल पर दवा स्टोर जाने वाले गैलरी में भी महिला मरीज भर्ती है। गैलरी के सामने एक साइड में खिड़की है। कुछ खिड़की के शीशे टूटे हुए है। खिड़की से ठंडी हवा आने पर मरीज को झकझोर देती है। कुछ मरीजों के तीमारदारों ने ठंडी हवा से बचने के लिए खिड़की पर प्लास्टिक लगा रखी है, जिससे हवा आती है। मरीजों ने बताया कि काफी ठंडी हवा आती है।
सिर्फ दो वार्ड में लगे हैं हीटर
महिला अस्पताल के वार्ड व बाल रोग वार्ड में हीटर लगा रखे है। बच्चों को ठंड से बचाव के लिए हीटर जरूरी है। साथ ही महिला वार्ड में भी हीटर लगा रखे है। अन्य वार्डों में हीटर नहीं लगे है। वार्ड में स्टाफ नर्स ने अपने बैठने वाली जगह पर ठंड से बचाव के लिए हीटर लगा रखे है। जबकि मरीज ठंड से परेशान रहते है। वार्डो में खिड़की से भी हवा आती है।
लावारिस मरीजों को अधिक परेशानी
यदि कोई लावारिस मरीज वार्ड में भर्ती कराया जाता है तो उसे दो कंबल डालकर उड़ा दिया जाता है। वह भीषण ठंड में रात और दिन कपकपाते हुए काटता है। कुछ मरीज के तीमारदारों को देखा नहीं जाता है तो अपने घर से पुराना कंबल आदि लाकर उसे ओढ़ा देते है। लावारिस मरीज भगवान के भरोसे रहता है।
सुरक्षा की दृष्टि से वार्डो में हीटर नहीं जला सकते है। मरीजों को कंबल दिए जाते है। यदि मरीज एक से ज्यादा कंबल मांगता है तो उसे दिए जाते है। लेकिन मरीज अपने घरों से रजाई मंगा लेते है। मरीज कहते है कि साथ में रजाई लेकर आए है। खिड़की के शीशे सही कराए जाएंगे। -डॉ. नेपाल सिंह, सीएमएस