आनंद गिरि के पिता का आरोप- बेटे को फंसाने के लिए रवींद्र पुरी ने रची थी साजिश
प्रयागराज, अमृत विचार। अखाड़ा परिषद के ब्रह्मलीन अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में चर्चित शिष्य स्वामी आनंद गिरि को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। स्वामी आनंद गिरि के पिता रामेश्वर लाल चोटिया और उनके बड़े भाई शंकर लाल चोटिया ने प्रेस क्लब में आज प्रेस वार्ता में दावा किया कि उनके बेटे को इस मामले में झूठे आरोपों के तहत फंसाया गया है।
प्रेस वार्ता में रामेश्वर लाल चोटिया ने कहा, "मेरे बेटे स्वामी आनंद गिरि को फंसाने की पूरी साजिश रची गई है। जब महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या की, उस समय आनंद गिरि हरिद्वार में मौजूद थे। उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका बेटा महंत नरेंद्र गिरि का विश्वासपात्र शिष्य था और किसी षड्यंत्र में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता।
स्वामी आनंद गिरि के परिवार ने इस मामले में पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव महंत रवींद्र पुरी पर गंभीर आरोप लगाए। रामेश्वर लाल ने कहा, "महंत रवींद्र पुरी ने ही मेरे बेटे को फंसाने की साजिश रची है। अगर वह सच बोल रहे हैं, तो उन्हें गंगाजल हाथ में लेकर और मां मनसा देवी की कसम खाकर सच कहना चाहिए।"
रामेश्वर लाल ने दावा किया कि महंत रवींद्र पुरी के पास इस मामले में छिपाने के लिए बहुत कुछ है और उनका व्यवहार संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि यदि रवींद्र पुरी निर्दोष हैं, तो उन्हें मीडिया के सामने आकर सच बोलना चाहिए।
स्वामी आनंद गिरि के बड़े भाई शंकर लाल चोटिया ने इस दौरान भावुक होते हुए कहा कि मेरे भाई को झूठे आरोपों में फंसाकर उनकी छवि खराब की जा रही है। महंत रवींद्र पुरी को सच बताने से डर क्यों है? अगर वह निर्दोष होते, तो अब तक खुलकर सामने आ चुके होते।"
महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या का मामला पिछले कुछ समय से सुर्खियों में है। इस घटना के बाद स्वामी आनंद गिरि पर महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था लेकिन आनंद गिरि के परिवार का दावा है कि इस पूरे मामले में राजनीति और व्यक्तिगत स्वार्थ छिपा हुआ है।
रामेश्वर लाल और शंकर लाल ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि सत्य को सामने लाने के लिए महंत रवींद्र पुरी से भी गहन पूछताछ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका बेटा निर्दोष है और उसे झूठे आरोपों में फंसाया गया है।
स्वामी आनंद गिरि के परिवार ने संत समाज और भक्तों से इस मामले में समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि यह मामला न केवल उनके बेटे की प्रतिष्ठा से जुड़ा है, बल्कि संत समाज की पवित्रता को भी आघात पहुंचाने वाला है। रामेश्वर लाल चोटिया ने कहा, "हमें भारतीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। हम चाहते हैं कि सच्चाई सबके सामने आए और दोषियों को सजा मिले। मेरा बेटा निर्दोष है, और उसे न्याय मिलना चाहिए।
महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या का मामला अब नए मोड़ पर आ गया है, जहां आरोप-प्रत्यारोप के बीच सच्चाई की तलाश जारी है। आने वाले समय में जांच के नतीजे ही तय करेंगे कि यह मामला किस दिशा में जाएगा।
ये भी पढ़ें- STF में हिम्मत हो तो पैर में नहीं, सीने में मारकर दिखाए गोली, मंत्री ने दी एसटीएफ को चुनौती