बदायूं : बिजली के निजीकरण का विरोध, फैसला वापस लेने को की नारेबाजी
काला फीता बांधकर की नारेबाजी, फैसला वापस लेने का बनाया दबाव
बिसौली, अमृत विचार। संयुक्त संघर्ष समिति के आवाहन पर विद्युत वितरण खंड बिसौली के संविदा कर्मचारियों ने पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के तत्वाधान में बिजली के निजीकरण के विरोध में काला फीता बांधकर नारेबाजी की और निजीकरण का फैसला वापस लेने का दबाव बनाया।
अमृत विचार न्यूज़, उत्तर प्रदेश न्यूज़, बदायूं समाचार, बिजली निजीकरण, निजीकरण विरोध, काला फीता, नारेबाजी, विद्युत कर्मचारियों, संविदा कर्मचारी संघ, संयुक्त संघर्ष समिति, पावर कॉरपोरेशन, Amrit Vichar News, Uttar Pradesh News, Badaun News, electricity privatization, protest against privatization, black ribbon, sloganeering, electricity employees, contract employees union, joint struggle committee, Power Corporation,बुधवार को विद्युत वितरण खंड तृतीय के कार्यालय पर निविदा संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और कर्मचारी सुबह दस बजे से एकजुट हो गऐ। संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर निजीकरण के फैसले का विरोध किया और जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी कार्य के दौरान पूरे दिन काला फीता बांधकर कार्य करते रहे। प्रदेश संगठन मंत्री हरीश चंद्र यादव ने कहा कि निजीकरण से कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनमानस को भी हानि होगी, जिसे रोका जाना नितांत आवश्यक है। प्रदेश उपाध्यक्ष हर्षवर्धन ने कहा कि निजीकरण से जहां विभागीय कर्मचारियों की नौकरी जाने का खतरा है वहीं संविदा कर्मचारियों को किसी भी तरह सुरक्षित नहीं रखा गया है जिससे उनको भी रोजगार जाने का खतरा बना हुआ है इस फैसले को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना होगा अन्यथा प्रदेश में विद्युत कर्मचारियों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। कहा कि अब इस मामले को लेकर हर दिन विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
जिला अध्यक्ष ठाकुर धीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि निजीकरण से उपभोक्ताओं को बिजली पर मिलने वाला अनुदान बंद हो जायेगा, जिससे बिजली की दरें बढ़ेंगी। जनता पर बेवजह का बोझ बढ़ जाएगा। इसलिए आलोक भटनागर,अभय यादव, नवीन शंखधार, मोहसिन, हर्षवर्धन, हरीश चंद्र यादव, धीरेंद्र कुमार सिंह, मेहताव मियां, उमेश यादव, प्रदीप प्रजापति, दीपक मौर्य, ओमप्रकाश पाल,सतपाल, करू, सुरजीत कश्यप आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
निविदा संविदा कर्मचारी संघ ने शासन को चेतावनी दी है कि यदि इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो संविदा कर्मचारी संघ अनवरत आंदोलन करने को बाध्य होगा। जिले के चारों खंडों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिससे बिजली उपभोक्ताओं के साथ ही विभाग को भी परेशानी होगी।
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