कासगंज : खुशी फैमिली रेस्टोरेंट पर छापेमारी, रंगरेलियां मनाते पकड़े गए पांच लड़की, चार लड़के

सदर सीओ, सहावर सीओ सहित भारी मात्रा में पुलिस बल ने की होटल में छापेमारी

कासगंज : खुशी फैमिली रेस्टोरेंट पर छापेमारी, रंगरेलियां मनाते पकड़े गए पांच लड़की, चार लड़के

कासगंज, अमृत विचार। शहर के बांकनेर स्थित खुशी फैमिली रेस्टोरेंट में सदर सीओ और सहावर सीओ सहित भारी पुलिस बल के साथ छापेमारी की गई। पुलिस टीम ने रेस्टोरेंट के ऊपर बने कमरों से पांच लड़कियां और चार लड़कों को हिरासत में लिया है। पुलिस सभी को कोतवाली ले गई, जहां पूछताछ के बाद प्रेमी जोड़ों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। मौके पर पुलिस ने कई आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद की हैं। पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है।

नव वर्ष के अवसर पर शहर के बांकनेर स्थित खुशी फैमिली रेस्टोरेंट पर पुलिस ने छापेमारी की। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस रेस्टोरेंट में कई अवैध कार्य लंबे समय से चल रहे थे। जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली, सदर सीओ आंचल सिंह चौहान, सहावर सीओ शाहिदा नसरीन, और कोतवाल लोकेश भाटी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। रेस्टोरेंट के ऊपर बने कमरों को खुलवाकर देखा गया, तो पांच लड़कियां और चार लड़के आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए। पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद की हैं। सभी को हिरासत में लेकर कोतवाली ले जाया गया।

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रेस्टोरेंट की आड़ में देह व्यापार का धंधा
खुशी फैमिली रेस्टोरेंट में बीते दो वर्षों से देह व्यापार का धंधा चल रहा था। यहां बाहर से लड़कियां बुलाकर अवैध कार्य कराया जा रहा था। पुलिस जांच में सामने आया है कि होटल संचालक रेस्टोरेंट की आड़ में यह सब करवा रहा था।

रजिस्टर में नहीं थी जोड़ों की एंट्री
पुलिस टीम ने रेस्टोरेंट के अभिलेखों की भी जांच की। किसी भी प्रेमी जोड़े की एंट्री रजिस्टर में दर्ज नहीं थी। पुलिस ने सभी अभिलेख जब्त कर लिए हैं। जांच से स्पष्ट हो रहा है कि यहां देह व्यापार के लिए लड़कियां बाहर से बुलाई जाती थीं।

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ठेके पर बुलाई जाती थीं लड़कियां
पकड़ी गई युवतियों से पूछताछ में पता चला है कि अधिकतर लड़कियां अलीगढ़, आगरा, एटा, नोएडा और उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से ठेके पर बुलाई जाती थीं। दलाल इन्हें एक से 15 दिन के लिए लेकर आते थे और इसके बदले मोटी रकम वसूलते थे।

कोडवर्ड और चुनिंदा ग्राहक
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा नहीं करता था। ग्राहक कोडवर्ड का उपयोग करते थे, जैसे "शहद चाहिए" या "मिठाई चाहिए"। पुराने ग्राहकों के जरिए ही नए ग्राहकों को जोड़ा जाता था।

बड़े नेता का संरक्षण
स्थानीय लोगों ने बताया कि रेस्टोरेंट के इस अवैध धंधे को एक बड़े भाजपा नेता का संरक्षण प्राप्त था। इसी वजह से पुलिस पहले कार्रवाई करने से कतराती थी। हालांकि, इस बार पुलिस ने सख्ती दिखाई और छापेमारी को अंजाम दिया।

सदर सीओ आंचल सिंह चौहान ने कहा कि शहर के अन्य होटलों और रेस्टोरेंट्स पर भी पुलिस की नजर है। जहां भी अवैध गतिविधियां पाई जाएंगी, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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