विजिलेंस की निगरानी में हो मेडिकल परीक्षा: कानपुर में GSVM मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने विवि के कुलपति को भेजा पत्र
एमबीबीएस फाइनल की प्रैक्टिकल परीक्षा में नकल का मामला
कानपुर, अमृत विचार। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सरस्वती मेडिकल कॉलेज, उन्नाव के एमबीबीएस फाइनल की प्रैक्टिकल परीक्षा अब विजिलेंस की निगरानी में ही होगी। अगर विजिलेंस की निगरानी में परीक्षा नहीं कराई जाती है तो मेडिकल कॉलेज परीक्षा नहीं कराएगा।
इस संबंध में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने सीएसजेएम के कुलपति प्रो.विनय पाठक को पत्र लिखा है। पेपर के दौरान मोबाइल फोन व सभी प्रकार के गैजेट्स पर रोक लगाने की मांग भी की।
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया है। केंद्र में सरस्वती मेडिकल कॉलेज, उन्नाव के एमबीबीएस फाइनल वर्ष (वर्ष 2019 बैच) के 95 छात्र-छात्राओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं हो रही थीं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.संजय काला के मुताबिक इस दौरान विश्वविद्यालय के पास मेल आया था कि प्रैक्टिकल परीक्षाओं में नकल हो रही है।
जांच के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से कहा गया। जांच में पता चला कि रोहित नाम के व्यक्ति ने मेल भेजा था। मेल से भेजी गई फोटो की जांच की गई तो परीक्षार्थियों के सत्यापन के लिए आए सरस्वती मेडिकल कॉलेज के चार सीनियर मेडिकल छात्रों पर संदेह हुआ, जिनमे दो छात्राएं भी हैं। पूछताछ में उन्होंने अपनी गलती मान ली है। प्राचार्य के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के बाद चारों प्रैक्टिकल परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।
प्राचार्य के साथ उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि, डॉ. जीडी यादव, डॉ. मनीष सिंह समेत अन्य चिकित्सा शिक्षकों ने छानबीन की। प्राचार्य ने बताया कि छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय से मना कर दिया है कि कॉलेज में अब सरस्वती कॉलेज की परीक्षाएं नहीं कराएंगे। सीएसजेएमयू के कुलपति को इस संबंध में उन्होंने पत्र लिखा है। कहा कि अब परीक्षा विजिलेंस की निगरानी में ही कराई जाए।