सुलतानपुर: आखिर यह कैसा मेडिकल कॉलेज? न जनरेटर की व्यवस्था न एक्स-रे की सुविधा

मोबाइल की रोशनी में इलाज करने को मजबूर हैं डॉक्टर

सुलतानपुर: आखिर यह कैसा मेडिकल कॉलेज? न जनरेटर की व्यवस्था न एक्स-रे की सुविधा
ओपीडी के सर्जन कक्ष में मोबाइल की रोशनी में इलाज करते डा. मनीष

सुलतानपुर, अमृत विचार। स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय की हालत इन दिनों बेहद खराब है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तीन दिनों से एक्स-रे मशीन खराब पड़ी है और इंजीनियर आकर भी उसे ठीक नहीं कर पाए। गुरुवार को मेडिकल कॉलेज की लाइट कट गई और जनरेटर नहीं चला, जिससे चिकित्सकों को मोबाइल की रोशनी में मरीजों का इलाज करना पड़ा।

गुरुवार की दोपहर मेडिकल कॉलेज की लाइट अचानक कट गई और काफी देर तक जनरेटर नहीं चला, जिससे मरीजों के साथ - साथ चिकित्सकों को काफी परेशानी हुई। कुछ देर इंतजार करने के बाद जब लाइट नहीं आई तो चिकित्सकों ने मोबाइल के उजाले में मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया। सर्जन कक्ष में डॉ मनीष मोबाइल की रोशनी में मरीज का एक्स-रे देख कर इलाज कर रहे थे। इसी तरह कमरा नंबर पांच में डॉ अविनाश गुप्ता भी मोबाइल की रोशनी में मरीजों का इलाज कर रहे थे। लाइट चली गई तो काफी देर जनरेटर शुरू नहीं हो सका, जिससे अस्पताल में और भी समस्याएं उत्पन्न हो गईं। एक्स-रे मशीन के खराब होने के कारण कई मरीजों को बाहर जाकर निजी सेंटर पर एक्स-रे कराना पड़ा।

कुड़वार विकास खंड के सेंदूरी निवासी शिवसागर मिश्र पप्पू को गभड़िया ओवरब्रिज के पास एक दुर्घटना में चोट आई थी। उन्हें भी एक्स-रे करवाने के लिए बाहर जाना पड़ा। इसी तरह, ओमनगर निवासी अतुल मिश्रा के पुत्र शिवा मिश्रा का बाइक से एक्सीडेंट हुआ और उन्हें भी बाहर जाकर एक्स-रे कराना पड़ा। निशुल्क एक्स-रे और सिटी स्कैन दोनों का लाभ अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल पा रहा है।

एक्स-रे मशीन बनाने इंजीनियर आए थे, बन नहीं पाई। जल्द बनवाने का प्रयास चल रहा है। लाइट कटी थी, कुछ देर समस्या हुई उसके बाद सही हो गई- डॉ सुधीर गोयल, सीएमएस 

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