लखीमपुर खीरी: ध्वस्तीकरण में पक्षपात का आरोप, दुकानदारों ने दिया धरना, कहा- रसूखदारों पर प्रशासन मेहरबान
गोला गोकर्णनाथ/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। छोटो काशी में शिव मंदिर कॉरिडोर निर्माण को लेकर दुकानों की ध्वस्तीकरण कार्रवाई में प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगा है। दुकानदारों का कहना है कि निर्माण की जद में आने वाले रसूखदारों पर प्रशासन मेहरबान है। इससे गुस्साए दुकानदारों ने पूर्व विधायकों और अन्य व्यापारियों के साथ धरना दिया। करीब दो घंटे से अधिक धरना चला। इस दौरान पहुंचे एसडीएम ने मंगलवार तक उनकी समस्या के समाधान करने का आश्वासन दिया, जिस पर धरना समाप्त हो गया।
उधर, कॉरिडोर की जद में आ रहीं जिला पंचायत की दुकानों को तोड़े जाने का काम शुरू कर दिया गया। अलीगंज रोड स्थित नगर पालिका परिषद और मेला मैदान के दुकानदारों ने आंबेडकर तिराहे के पास सपा के पूर्व विधायक विनय तिवारी, भाजपा नेत्री डॉ. प्रीति वर्मा, प्रभात वाजपेयी रुद्र, सिद्धार्थ शुक्ला की मौजूदगी में धरना शुरू कर दिया।
पीड़ित दुकानदारों ने तहसील प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया। डॉ. प्रीति वर्मा ने कहा कि शिव मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर प्रभावशाली लोगों के भवन निर्माण खड़े हैं, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, बल्कि गरीब और कमजोर दुकानदार हटाए जा रहे हैं। इनको अन्यत्र स्थापित किया जाए, ताकि वह अपना रोजगार चलाकर परिवार का भरण पोषण कर सकें।
दोपहर बाद धरना स्थल पर एसडीएम विनोद कुमार गुप्ता, सीओ गवेंद्रपाल गौतम, तहसीलदार सुखवीर सिंह, इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह, क्राइम इंस्पेक्टर रविंद्र पांडे ने पुलिस और पीएसी बल के साथ पहुंचकर धरने पर बैठे दुकानदारों और उनके समर्थकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दुकानदारों का कहना था कि वह नगर पालिका की दुकानों में 50 वर्षों से काबिज होकर नियमित किराया भी जमा कर रहे हैं, फिर भी उन्हें उजाड़ा जा रहा है। उन्हें अन्यत्र स्थापित कराया जाए।
एसडीएम ने दुकानदारों से कहा कि मेला मैदान की खाली पड़ी जगह दिलाने का प्रयास किया जाएगा। जब दुकानदार लिखित में आदेश देने को कहने लगे तब एसडीएम ने मंगलवार तक ध्वस्तीकरण कार्रवाई न होने और पीड़ित दुकानदारों को स्थापित कराने के लिए अधिकारियों से राय मशविरा करने का आश्वासन दिया। इस आश्वासन पर दुकानदार राजी हो गए और धरना स्थगित कर दिया।