बहराइच: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने यूनुस से नोबल पुरस्कार वापस लेने की उठाई मांग

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका सवालों के घेरे में : स्वामी यतींद्रानंद गिरि

बहराइच: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर ने यूनुस से नोबल पुरस्कार वापस लेने की उठाई मांग

बहराइच, अमृत विचार। श्री पंचनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि शनिवार को बहराइच पहुंचे। उन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले पर वहां की सरकार और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि समुदाय विशेष के लोगों ने बांग्लादेश में सिर्फ मंदिरों को नुकसान पहुंचाया है। इस दौरान जिले में स्थित गाजी की दरगाह पर भी उन्होंने सवाल उठाया, उन्होंने कहा कि यहां भी मंदिर है और इस जगह पर सूर्य मंदिर बनना चाहिए। इस दौरान सरकार से बांग्लादेश पर सैन्य कार्रवाई की मांग की।

बहराइच जिले के सिसई हैदर गांव में गोंडा जाते समय शनिवार शाम को जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि पहुंचे। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान जिले में स्थित प्रसिद्ध सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर सवाल उठाया। बोले इस जगह पर सूर्य मंदिर था, इसलिए यहां पर एक भव्य दिव्य सूर्य मंदिर बनना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि इस्लाम ने तमाम दुनिया की संस्कृति को विध्वंस करने का काम किया है, भारत मे जितनी मस्जिदे बनी हैं अगर उनको खोदा जाएगा तो वो मंदिरों की नींव पर बनी हुई ही मिलेंगी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में सरेआम मानवता का गला घोंटा जा रहा है।

 

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर भी सवाल उठाए, कहा कि बांग्लादेश में जो हो रहा है, उस पर संयुक्त राष्ट्र बोलने के बजाए देख रहा है। उन्होंने मोहम्मद यूनुस के बारे में कहा कि ऐसे व्यक्ति को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाना बिल्कुल गलत है उससे ये पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने भारत की ओर से बांग्लादेश पर सैन्य कार्रवाई की भी मांग की।

यह भी पढ़ें:-लोकसभा में संविधान पर चर्चा: रविशंकर प्रसाद ने राहुल पर कसा तंज, कहा- ‘ट्यूटर’ बदलना बहुत जरूरी है