साइबर क्राइम को खत्म करने के लिए अब हर जिले में खुलेगा साइबर थाना
अमृत विचार, देहरादून: साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और उत्तराखंड पुलिस को साइबर क्राइम के क्षेत्र में और अधिक सुदृढ़ व तकनीकी रुप से सशक्त करने हेतु पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित बैठक में दिशा निर्देश दिए।
डीजीपी ने साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु बैंकिंग सेक्टर की भूमिका निर्धारित करते हुए सभी नोडल अधिकारियों को इस सम्बन्ध में एसओपी जारी करने, राज्य स्तर पर स्टेट साइबर क्राइम हेडक्वार्टर/साइबर सेंटर ऑफ एक्सेलेंस स्थापित करने के लिए शासन से पत्राचार करने और साथ ही, प्रत्येक जिला स्तर पर एक साइबर थाना खोले जाने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजने और साइबर थाना कुमाऊं व गढ़वाल रेंज की जन शक्ति में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि, चंडीगढ़ पुलिस द्वारा 1930 हेल्पलाइन के क्रियान्वयन एवं साइबर क्राइम पर की जा रही कार्यवाही का अध्ययन करने हेतु उत्तराखंड पुलिस की टीम चंडीगढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि, साइबर क्राइम से बचने के लिए जन जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है,इस पर विशेष ध्यान देते हुए आमजन को साइबर क्राइम और उसके तौर तरीके के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। डीजीपी ने साइबर अपराधों की रोकथाम को अधिक से अधिक पुलिस बल को साइबर सम्बन्धी प्रशिक्षण देने तथा प्रत्येक जिले में प्रशिक्षित साइबर सेल कर्मियों को साइबर सेल/साइबर थाने पर नियुक्त करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीजी एपी अंशुमान, आईजी नीलेश आनन्द भरणे, अनंत शंकर ताकवाले, डीआईजी सेंथिल अब्दई कृष्ण राज एस, पी. रेणुका देवी मौजूद रहीं।