लखीमपुर खीरी : पटिहन क्षेत्र में एक नर तेंदुए का मिला शव, निमोनिया से हुई मौत
दाे साल की उम्र का था तेंदुआ, तीन पशु चिकित्सकों ने किया पोस्टमार्टम
पलिया कलां, अमृत विचार। दुधवा टाइगर रिजर्व की बफर जोन के पटिहन क्षेत्र में करीब दो वर्षीय नर तेंदुए का शव शुक्रवार को बरामद हुआ। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने शव कब्जे में लेकर उच्च अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद पहुंचे पशु चिकित्सकों की टीम ने उसका पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह निमोनिया बताई गई है।
तराई क्षेत्र में पड़ रही सर्दी अभी से यहां पाए जाने वाले दुर्लभ वन्य जंतुओं पर भारी पड़ना शुरू हो गई है। गुरुवार को एक गैंडा शावक का शव गैंडा पुनर्वासन योजना परिक्षेत्र में पाया गया था। शुक्रवार को एक दो वर्षीय नर तेंदुए का शव पटिहन क्षेत्र में मिलने से वन विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पलिया रेंजर विनय कुमार सहित वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और शव का निरीक्षण किया। उसके बाद तीन पशु चिकित्सकों की टीम मौके पर बुलाई गई। टीम ने तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम किया। जिसमें उसकी भी मौत निमोनिया से होना बताई गई है। बता दें कि गैंडा के शिशु की भी मौत निमोनिया से होना पाई गई थी। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं दुधवा टाइगर रिजर्व के निदेशक ललित कुमार वर्मा ने बताया कि करीब 2 वर्षीय तेंदुए का शव पटिहन क्षेत्र में पाया गया था । जिसका पशु चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया है। चिकित्सकों ने उसकी मृत्यु का कारण निमोनिया बताया है।
वन्य जीव -जंतुओं पर अभी से भारी पड़ने लगी सर्दी
दिसंबर का महीना अभी आधा भी नहीं हुआ है और दुधवा टाइगर रिजर्व के दुर्लभ वन्य जीव- जंतुओं पर सर्दी का मौसम भारी पड़ने लगा है। इसी के चलते गुरुवार को जहां दुधवा के सोनारीपुर रेंज में चलाई जा रही गैंडा पुनर्वासन योजना के तहत एक गैंडे के बच्चे का शव पाया गया था । जिसका पोस्टमार्टम करने वाली पशु चिकित्सकों की टीम ने उसकी मृत्यु निमोनिया से होना बताया था। वहीं पटिहन क्षेत्र में पाए गए दो वर्षीय तेंदुए की मौत भी निमोनिया से होने के कारण साफ हो गया है कि वन्यजीवों पर ठंडी का मौसम अभी से भारी पड़ने लगा है।
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